अब खड़ी होगी चीन की खटिया, ये ताकतवर देश भारत को हथियार देने का बना रहा है प्लान, देखती रह जाएंगी चीनी सेना

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न्यूयॉर्क॥ अमेरिका, हिंदुस्तान में हथियारों की बिक्री बढ़ाने की योजना बना रहा है। मीडिया की एक खबर के अनुसार इन हथियारों में सशस्त्र ड्रोन भी शामिल हैं, जो 1,000 पौंड से ज्यादा बम और मिसाइल ले जा सकते हैं।

हिंदुस्तान और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद यह कदम काफी मायने रखता है। हिंदुस्तानीय सेना के 20 जवान 15 जून को हुई झड़प में शहीद हो गए थे। चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे, मदर उसने इसकी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के 35 सैनिक हताहत हुए थे।

फॉरेन पॉलिसी पत्रिका ने अमेरिकी अधिकारियों और संसद के सहयोगियों के साक्षात्कारों के आधार पर एक रिपोर्ट में कहा, ट्रम्प का प्रशासन हिंदुस्तान और चीन के बीच सीमा पर हिंसक झड़प के मद्देनजर हिंदुस्तान में हथियारों की बिक्री बढ़ाने की योजना बना रहा है, जिससे वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव का एक और मुद्दा खड़ा हो गया जाएगा।

एक पत्रकार ने अफसरों के हवाले से कहा कि अमेरिका ने हाल के महीनों में हिंदुस्तान को नए हथियारों की बिक्री की योजना तैयार की है, जिसमें सशस्त्र ड्रोन जैसी उच्च स्तर की हथियार प्रणाली और उच्च स्तर की प्रौद्योगिकी शामिल हैं। ट्रंप ने आधिकारिक रूप से उन नियमों में संशोधन किया है, जो हिंदुस्तान जैसे विदेशी भागीदारों के लिए सैन्य-स्तर ड्रोन की बिक्री को प्रतिबंधित करते थे।

बम और मिसाइल ले जा सकता है

रिपोर्ट में बताया गया कि इससे अमेरिका को सशस्त्र ड्रोन की बिक्री पर विचार करने की अनुमति मिलेगी, जो पहले उनकी गति और पेलोड के कारण प्रतिबंधित था। मामले से अवगत एक सांसद ने फॉरेन पॉलिसी से कहा कि वे हिंदुस्तान को सशस्त्र (श्रेणी-1) प्रीडेटर्स मुहैया कराने वाले हैं। उन्होंने बताया कि एमक्यू-1 प्रीडेटर ड्रोन 1,000 पौंड से ज्यादा बम और मिसाइल ले जा सकता है।

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