नई दिल्ली॥ महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि संशोधित CAA से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने फिर दोहराया कि उनकी सरकार प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी को राज्य में लागू नहीं होने देगी, क्योंकि इसका असर सभी धर्मों पर पड़ेगा।
सीएम ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने तीसरे साक्षात्कार में कहा कि बांग्लादेशी और पाकिस्तानी शरणार्थियों को देश से बाहर निकालना शिव सेना की पुरानी मांग रही है। शिव सेना अध्यक्ष ने कहा मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि संशोधित CAA भारतीय नागरिकों को देश से बाहर निकालने के लिए नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) का असर हिंदुओं पर भी पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भारत को पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों की संख्या जानने का अधिकार है जिन्होंने अपने देशों में सताए जाने के बाद भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन दिया। ठाकरे ने सामना को दिए एक साक्षात्कार में कहा जब वे यहां आते हैं तो क्या उन्हें ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत मकान मिलेंगे? उनके बच्चों के रोजगार और शिक्षा का क्या? ये सभी मुद्दे अहम है और हमें जानने का अधिकार है।
हमारे खुद के लोगों के पास रहने की पर्याप्त जगह नहीं है। क्या ये लोग दिल्ली, बेंगलुरु या कश्मीर जाएंगे क्योंकि अनुच्छेद 370 हट गया है? सीएम ने कहा कई कश्मीरी पंडित परिवार अपने ही देश में शरणार्थियों की तरह रह रहे हैं। CAA नागरिकों को देश से बाहर करने के लिए नहीं है।
उन्होंने कहा हालांकि NRC से हिंदुओं और मुसलमानों पर असर पड़ेगा तथा राज्य सरकार इसे लागू नहीं होने देगी। अपने चचेरे भाई और मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए शिव सेना अध्यक्ष ने कहा कि NRC वास्तविकता नहीं है और इसके समर्थन या इसके खिलाफ मोर्चे की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि राज ठाकरे नौ फरवरी को मुंबई में CAA तथा NRC के समर्थन में रैली करेंगे।