UNGA- इस वजह से बयान में पीएम मोदी ने किया स्वामी विवेकानंद का जिक्र!

img

नई दिल्ली ।। संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में स्वामी विवेकानंद का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि सवा सौ साल पहले हिंदुस्तान के महान आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्व धर्म संसद के दौरान विश्व को एक संदेश दिया था। पीएम ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का आज भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यही संदेश है- सद्भाव और शांति है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी की आधुनिक टेक्नोलॉजी, समाज, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, कनेक्टिविटी और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सामूहिक परिवर्तन ला रही है। इन परिस्थितियों में एक बिखरी हुए विश्व किसी के हित में नहीं है। ना ही हम सभी के पास अपनी-अपनी सीमाओं के भीतर सिमट जाने का विकल्प है।’

पढि़एःनासा ने खोज निकाला लैंडर विक्रम, इस हालत में है मौजूद, जश्न का माहौल

भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तमिल कवि का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज से 3,000 साल पहले, हिंदुस्तान के महान कवि, कणियन पूंगुन्ड्रनार ने विश्व की प्राचीनतम भाषा तमिल में कहा था- “यादुम् ऊरे, यावरुम् केड़िर।’

प्रधानमंत्री मोदी ने इसका मतलब समझाते हुए बताया कि ‘यानि हम सभी जगहों के लिए अपनेपन का भाव रखते हैं और सभी लोग हमारे अपने हैं।देश की सीमाओं से परे, अपनत्व की यही भावना, हिंदुस्तान भूमि की विशेषता है।’

फोटो- फाइल

Related News