Bharat bandh today: एससी और एसटी श्रेणियों में क्रीमी लेयर के प्रावधान की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ 21 समूहों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का राजस्थान में मिला-जुला असर देखने को मिला, जबकि सामान्य जनजीवन पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा। हालांकि आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया, मगर बुधवार की सुबह सार्वजनिक परिवहन भी अप्रभावित रहा।
बंद के आह्वान के चलते कुछ जिलों में दुकानें और स्कूल बंद रहे, जबकि भरतपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। कुछ इलाकों में रोडवेज की कम बसें उपलब्ध होने के कारण यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे राज्य में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। जयपुर व्यापार महासंघ के महासचिव सुरेश सैनी ने कहा कि शहर में बाजार संघों ने स्वेच्छा से दुकानें बंद रखने का फैसला किया है, ताकि बंद के कारण दुकानदारों और ग्राहकों को किसी तरह की असुविधा न हो।
जयपुर में विरोध रैली
एससी और एसटी समुदाय के लोग जयपुर के राम निवास गार्डन में एकत्रित हुए और विरोध रैली में शामिल हुए। रैली का आयोजन चौड़ा रास्ता, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार और एमआई रोड सहित विभिन्न बाजारों से होकर गुजरना था। रैली का आयोजन एससी एसटी संयुक्त संघर्ष समिति ने जयपुर में किया था। टोंक रोड, बजाज नगर और मालवीय नगर जैसे अन्य बाजार क्षेत्र भी बंद रहे। हालांकि, कुछ दुकानें खुली रहीं।
गृह विभाग ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए
गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बंद के दौरान जन सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जिलों में अतिरिक्त पुलिस दल तैनात किए गए हैं। जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ की ओर से जारी एडवाइजरी में आयुक्तालय के सभी थाना क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया गया है।
राजस्थान रोडवेज ने सुरक्षित संचालन के आदेश जारी किए
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) ने भी सभी बसों के सुरक्षित संचालन के आदेश जारी किए हैं।आरएसआरटीसी की चेयरमैन एवं एमडी श्रेया गुहा ने बताया कि भारत बंद को देखते हुए सभी मुख्य प्रबंधकों, एमडी और यातायात प्रबंधकों को मुख्यालय पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
--Advertisement--