उत्तर प्रदेश ।। इस समय पुरे देश में लोकसभा चुनाव-2019 को लेकर हर पार्टी की तरफ से जोर शोर की तैयारियां चल रही है।हर पार्टी अपनी तरफ से पूरा जोर शोर लगाकार चुनाव की तैयारी कर रही है। हर पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है और प्रत्याशियों को भी अपनी तरफ खींचने का पूरा प्रयास भी कर रही है।
इसके अलावा पार्टिया वोटरों को अपनी पार्टी के प्रति लुभाने में कोई कमी भी नहीं छोड़ रही है।ऐसे में राजनीति का पूरा माहोल भी बहुत ही गरम चल रहा है। लोकसभा का शीत काल समाप्त होते ही लोक सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो सकता है।
चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही सभी पार्टियों की रेलियां भी शुरू हो जायेंगी।एक बड़ी खबर आ रही है कि प्रधान मंत्री मोदी लोक सभा चुनाव से पहले लगभग 100 रेलियाँ कर सकते है,और खबरों के मुताबिक उनकी अंतिम रैली 2 मार्च को ख़त्म होगी।
लेकिन अगर पुरे देश की बात की जाए तो 2014 में BJP की बहुत ज्यादा लहर थी लेकिन अभी की अगर हम बात करे तो इस समय BJP की लहर में बहुत गिरावट आई है।और इसका असर उत्तर प्रदेश में देखने को मिल सकता है।क्यों कि उत्तर प्रदेश में इस बार मोदी लहर कम ही दिख रही है।
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में जहाँ 2014 में BJP 80 में से 73 सीट पाई थी वन्ही इस बार उसकी सीटो में कुछ कमी आ सकती है।और इस बार BJP के कुछ दल भी उनके लिए सिरदर्द बने हुए है।इसके अलावा अपना दल की मुखिया ने भी पहले से ही अपने पत्ते साफ़ कर दिए है।इस बार BJP को सतर्क रहने की आवश्यकता है।