भारत ने मलेशिया की अकड़ ऐसे निकाली है कि अब वो कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. आपको बता दें कि कश्मीर और नागरिकता कानून पर अपनी नाराज़गी जताने के बाद से ही मलेशिया को भारत का कड़ा रुख देखने को मिला है, जिसके बाद से उसने भारत के सामने अपने घुटने टेक दिए है. अब वो कहने लगा है कि हमसे गलती हुई है.
गौरतलब है कि महातिर कश्मीर मुद्दे से लेकर नागरिकता कानून को लेकर भारत की तीखी आलोचना कर चुके हैं. वहीं महातिर ने मलेशिया के लांगकावी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, हम भारत के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई करने के लिए बहुत छोटे देश हैं. हमें इस समस्या से बाहर निकलने के लिए दूसरे तरीकों और साधनों का इस्तेमाल करना होगा.
हालांकि, 94 वर्षीय महातिर ने नागरिकता कानून को लेकर सोमवार को एक बार फिर दोहराया कि यह पूरी तरह से अनुचित है. इसके साथ ही भारत पिछले पांच सालों में मलेशिया से खाद्य तेल खरीदने वाला शीर्ष खरीदार रहा है लेकिन अब मलेशिया के लिए तेल बेचना मुश्किल हो गया है. मलेशिया की अर्थव्यवस्था में तेल निर्यात की अहम हिस्सेदारी है.
बता दें कि मलेशिया के खाद्य तेल की कीमतों में पिछले सप्ताह करीब 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जो पिछले 11 सालों में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट भी है. मलेशिया ने विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक के स्थायी निवासी का दर्जा खत्म करने से भी इनकार कर दिया है. मलेशिया के इस फैसले को लेकर भी भारत खफा है. जाकिर नाइक पर भारत में हेट स्पीच देने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. वह मलेशिया में पिछले तीन सालों से रह रहे हैं.