लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के भारतीय जवानों की हुई हिंसक झडप पर कई सवाल खड़े होने लगे थे, बता दें कि इस झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद सेना ने युद्ध के नियम (रूल ऑफ इंगेजमेंट) में एक अहम बदलाव किया है। जिसके बाद चीन को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.
वहीँ इसके तहत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात सभी कमांडरों को इस बात की पूरी आजादी दी गई है कि वे हालात को संभालने के लिए सामरिक स्तर पर कोई भी कार्रवाई कर सकते हैं। नाम ना बताने की शर्त पर दो वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
वहीँ एक अधिकारी ने कहा कि एलएसी पर तैनात सभी कमांडर अब हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के नियम से बाध्य नहीं होंगे और उन्हें पूरा अधिकार होगा कि वे “असाधारण स्थितियों” से निपटने के लिए सभी संसाधनों का उपयोग करें।पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सेनाओं के बीच गतिरोध कम करने के प्रयासों के बीच सोमवार (15 जून) को गलवान घाटी में तीन घंटे तक दोनों सेनाओं के बीच चले खूनी संघर्ष में भारतीय सेना के एक कमांडिग अधिकारी (कर्नल) समेत 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद भारतीय सेना को बदलाव करना पड़ा है।
गौरतलब है कि सोमवार रात हुई झड़प में चीनी जवानों के मारे जाने की भी पुष्टि की गई है, लेकिन चीन की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि उसके कितने सैनिक हताहत हुए हैं। हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन के भी करीब 40 सैनिक मारे गए हैं या तो जख्मी हुए हैं।
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