भ्रष्टाचार में भारत का नाम दुनियाभर में ऐसे ही चर्चा में नहीं रहता है, आपको बता दें कि इसका उदाहरण आपको हर दिन मिल जायेगा. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, बता दें कि बिहार पुलिस का एक सिपाही ज्यादा से ज्यादा महीने में कितना कमा सकता है। अंदाजा लगाइए, लेकिन आपका सारा अंदाजा एक सिपाही के सामने फेल हो जाएगा। ये सिपाही करोड़पति है।
बता दें कि लेकिन अब EOU यानि आर्थिक अपराध इकाई इस भ्रष्ट सिपाही के 9 ठिकानों पर छापेमारी में जुटी है। ये छापेमारी बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज के ठिकानों पर हो रही है। वहीँ EOU ने जानकारी दी है कि पटना जिला पुलिस बल के भ्रष्ट सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज ने अपने पद का दुरुपयोग कर खुद और अपने घरवालों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति बनाई है।
गौरतलब है कि ये सिपाही के लोकसेवक अवधि में मिली तनख्वाह से कहीं ज्यादा है। इस केस में पहले सत्यापन के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने केस दर्ज किया । इसके बाद 9 स्पेशल टीम बनाई गई और मंगलवार की सुबह-सुबह सिपाही धीरज के सभी 9 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी गई।
जिन जगहों पर छापेमारी की गई है उनमें पटना के महावीर कॉलोनी बेऊर स्थित धीरज का आवास, भोजपुर के सहार थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर गांव में पैतृक आवास, अरवल में अरोमा होटल के सामने अवस्थित मकान जो भाई का है।