इलाहाबाद ।। अभी हाल ही में हुई दलित छात्र की हत्या से क्रोधित सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपना पूर्व निर्धारित इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ उद्घाटन का कार्यक्रम स्थगित कर योगी सरकार से बड़ा सवाल किया है।
अखिलेश यादव ने इलाहाबाद में दलित छात्र की हत्या को बेहद दुःखद बताते हुए योगी सरकार के कार्यकाल में गरीब, पिछड़े और दलित अपराधियों के शिकार क्यों बन रहे हैं। उन्होंने मृतक के परिजनों को पचास लाख रूपए का मुआवजा देने की भी मांग की है।
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14 February को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ का उद्घाटन होना था। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि अखिलेश यादव को शामिल होना था। लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ही एलएलबी के दलित छात्र दिलीप सरोज की दबंगों द्वारा बेरहमी से पीटने की वजह से उसकी मौत हो गई और इस घटना से क्षुब्ध होकर अखिलेश यादव ने अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।
तो वहीं अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है, उत्तर प्रदेश अपराधियों के हवाले है। जहां एक ओर अपराधी बेखौफ घटनाएं कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस मुठभेड़ की आड़ में निर्दोषों को ठिकाने लगाने में जुटी है।
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अखिलेश यादव ने आज के जारी बयान में कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि स्नातक के छात्र दिलीप सरोज की इलाहाबाद के कर्नलगंज थाना के कटरा स्थित कालका रेस्टोरेन्ट में दबंगों द्वारा बेरहमी से कूच-कूच कर पीटने से मौत की घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकार की कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
उन्होंने कहा है कि कोई घण्टा ऐसा नहीं बीतता जब राज्य में किसी न किसी कोने में आपराधिक घटना न घटती हो। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्रीगण कानून का पालन नहीं कर रहे हैं और अलोकतांत्रिक आचरण करते हुये स्तरहीन भाषा बोलते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा विपक्ष पर आक्षेप किया जाना लोकतंत्र पर हमला है।
फोटोः फाइल
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