लखनऊ ।। Bharatiya Janata Party के खिलाफ अभियान बनाने के क्रम में Janata Dal United के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भेंट की।
अखिलेश यादव से भेंट करने के बाद शरद यादव ने कहा कि देश का संविधान खतरे में है। BJP के खिलाफ अब पार्टियों को एकजुट होने की जरूरत है। इसके बाद महागठबंधन बनेगा।
उन्होंने कहा कि देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है। नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के चलते देश के छोटे उद्योग तबाह हो गए। इतना ही नहीं शरद यादव ने यूपी के सीएम योगी भी आड़े हाथों लिया और कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता की समस्याओं को हल करने के बजाय मंदिर-मंदिर घूमते रहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कहा जाता है कि बाबा सन्यासी मोह-माया, जाति-धर्म से दूर रहता है लेकिन यहां तो उलटा है बाबा हर काम मे जातिवाद कर रहा है। धर्म के नाम पर भेदभाव हो रहा है और जिस बाबा को मंदिर मे बैठना चाहिये, वो विधानसभा मे बैठकर एनकाउंटर करवा रहा है
उन्होंने कहा कि गोरखपुर के साथ फूलपुर की लोकसभा सीट पर जीत के लिए समाजवादी पार्टी और बसपा के नेताओं का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्ष में सबसे ज्यादा असर गोरखपुर और फूलपुर के चुनाव का हुआ है।
इस समय हर पार्टी से अपील करता हूं की चुनौती बड़ी है संविधान बचाने के लिए सब को एक होना होगा। उत्तर प्रदेश में लंबे समय बाद बहुजन समाज पार्टी के सहयोग से लोकसभा उप चुनाव में दो सीट जीतने वाली समाजवादी पार्टी अब महागठबंधन बनाने की ओर बढ़ रही है।
शरद पवार ने आज लखनऊ में पिछड़ा, अल्पसंख्यक, दलित आदिवासी मंच के कार्यक्रम में शिरकत की।बिहार के मुख्यमंत्री तथा जनता दल यूनाईटेड के अध्यक्ष नितीश कुमार से संबंध खराब होने के बाद से शरद यादव भी कोई मजबूत मंच तलाश रहे हैं।
गोरखपुर और फूलपुर उप-चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ हाथ मिलाने के बाद अब समाजवादी पार्टी (SP) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से हाथ मिलाने का निर्णय लिया है।