नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के भवानीपुर से चुनाव लड़ने जा रही हैं। वह आज पर्चा दाखिल करने के लिए भवानीपुर पहुंचेगी। वहीं बीजेपी ने भी उनके खिलाफ मुकाबले में प्रियंका टिबरीवाल को मैदान में उतारा है। हालांकि पहले इस सीट से भाजपा की तरफ से किसी वरिष्ठ नेता को उतारे जाने का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन पार्टी ने महिला कार्ड पर ही भरोसा जताया। यह उपचुनाव ममता बनर्जी की साख और मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए बेहद अहम है।
गौरतलब है कि बीते में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें नंदीग्राम में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भी वह सीएम बनी थीं क्योंकि उनकी पार्टी बहुमत से चुनाव जीती थी। अब उनके लिए सीएम बनने के 6 महीने के भीतर विधायक बनना जरूरी है इसलिए भवानीपुर का उपचुनाव ममता बनर्जी के लिए बेहद अहम है। यह जानकारी भाजपा ने एक ट्वीट के जरिए दी है। इस ट्वीट में पार्टी ने टिबरीवाल के अलावा जंगीपुर से सुजीत दास और समरेसगंज से मिलन घोष को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है ।
भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रहीं प्रियंका टिबरीवाल ने अगस्त 2014 में बीजेपी का दामन थामा था। टिबरीवाल के बारे में कहा जाता है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित हैं और उन्हें ही अपना आदर्श मानती हैं। नेता से राजनेता बने भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो से मशवरे के बाद ही प्रियंका टिबरीवाल भाजपा में शामिल हुई थीं।
साल 015 में प्रियंका टिबरीवाल ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा था, मगर तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से हार गईं थीं। भाजपा में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया। टिबरीवाल का जन्म 7 जुलाई 1981 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वेलैंड गॉल्डस्मिथ स्कूल से की और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की।