बीजिंग॥ चीन ( CHINA ) ने अपने पड़ोसी मुल्क नेपाल की सरहदों के साथ-साथ दौलखा जनपद में सीमा के स्तंभों को गायब कर दिया है। ये बढ़ते चीनी लड़ाकूपन तथा चीन द्वारा इंटरनेशनल बॉर्डर की पूर्ण अवहेलना का एक और उदाहरण है। नेपाल के गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए जिला-दौलखा के गांव-विगु में हुई घटना की जानकारी देश के विदेश मंत्रालय को दी।
ड्रैगन ( CHINA ) के बुरे मंसूबों में कोई भी ऐसा नहीं है, जिसके साथ उसका सीमा रेखा विवाद हो। नेपाल में सीमा स्तम्भ को हटाना कोई पहली घटना नहीं है। नेपाल के कृषि मंत्रालय के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, ड्रैगन ने गोरखा, डोलखा, हुमला, दारचुला, सिंधुपालचौक, रासुवा और संखुवासभा सहित कई सीमावर्ती जिलों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
कोरोना आपदा के आसपास की मौजूदा हालातों में, नेपाल भी संभावित आर्थिक प्रतिक्रिया और इसमें शामिल उच्च खर्च के कारण किसी भी बॉर्डर विवाद पर चीन के साथ उलझने का इच्छुक नहीं है। यूरोपीय संघ के एक्सपर्टों की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के पास कमजोर नेपाली बॉर्डर को भुनाने और ज्यादा सीमा स्तंभों को हटाने का एक बेहतरीन अवसर है।