कनाडा में चीन के राजदूत ने PM जस्टिन ट्रूडो की सरकार को बीते कल को धमकी देते हुए बोले कि वो हांगकांग में लागू किये गये राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की वजह से वहां से भागकर यहां आने वालों को को शरण नहीं दें। चीन की तरफ से हांगकांग में लागू किए गए इस कानून की खूब आलोचना हुई है।
राजदूत कोन्ग पियू ने हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को हिंसक अपराधी करार दिया है और कहा है कि अगर कनाडा उन्हें शरण देता है तो इसे चीन के आंतरिक मुद्दों में हस्तक्षेप के रूप में देखा जाएगा। बीते वर्ष हांगकांग और चीन की सरकारों के विरूद्ध शहर में प्रदर्शन तेज हो गये थे।
सरकारों के विरूद्ध नागरिकों की भावनाओं और गुस्से को दबाने के लिए चीन ने हांगकांग में एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया जो 30 जून से प्रभावी है। इस कानून में अलगाववादी, विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के साथ ही शहर के आतंरिक मामले में विदेशी ताकतों के साथ सांठगांठ पर भी रोक लगायी गयी है। यूएसए, ब्रिटेन और कनाडा ने चीन पर शहर की स्वतंत्रता में बाधा पहुंचाने का इल्जाम लगाया है।
राजदूत ने कहा कि यदि कनाडा वास्तव में हांगकांग की समृद्धि और स्थिरता तथा हांगकांग में कनाडा का पासपोर्ट रखने वाले 300,000 लोगों और हांगकांग एसएआर में भारी तादाद में काम कर रही कनाडा की कंपनियों के कल्याण और सुरक्षा के बारे में सोचता है तो आपको हिंसा से लड़ने वाले प्रयासों में सहयोग करना होगा। दूसरी तरफ अलायंस कनाडा हांगकांग की कार्यकारी निदेशक चेरी वांग ने बताया कि कोंग की टिप्पणी कनाडाई नागिरकों को सीधे तौर पर दी गई ‘धमकी’ है।