पटना। नौ बार विधायक और कई बार मंत्री रह चुके कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह का बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने दानापुर स्थित एक अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। वह काफी समय से लिवर से जुडी बीमारी से जूझ रहे थे और इसी के इलाज के लिए वह कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद विभिन्न दलों के नेताओं ने वहां जाकर उनसे मुलाकात की थी। कांग्रेस नेता सदानंद सिंह के निधन से बिहार के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस नेता के निधन पुष्टि करते हुए बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि, “बिहार के सर्वमान्य नेता, कांग्रेस के योद्धा, मेरे पिता तुल्य सदानंद सिंह जी का आज स्वर्गवास हो गया, एक राजनीतिक युग का अवसान हुआ, आपका हंसता हुआ चेहरा हमेशा याद आएगा।”बताया जाता है कि कांग्रेस नेता सदानंद सिंह लंबे समय से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। अभी तक उनका इलाज पटना के सगुना मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
सदानंद के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शोक जताया है। नीतीश कुमार ने कहा कि सदानंद सिंह अनुभवी राजनेता थे। वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। साल 2000 से 2005 तक वह विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे थे, उनके निधन से मर्माहत हूं, बिहार की राजनीति में उनका अहम योगदान था। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
उनके निधन पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी शोक जताया है। उन्होंने कहा कि सदानंद सिंह के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं, उनका लंबा सामाजिक-राजनीतिक अनुभव रहा, वो एक कुशल राजनेता थे, ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।