नई दिल्ली॥ J&K में देश के दुश्मनों के साथ पकड़ा गया DSP देविंदर सिंह के बारे में प्रतिदिन एक के बाद एक कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। वहीं, अब जो DSP को लेकर खुलासा हुआ है उससे सनसनी मच गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, DSP देविंदर सिंह बहुत ही शातिर था और अपने प्रमोशन के लिए बहुत खतरनाक जुगाड़ लगाया था। लेकिन, उससे पहले ही उसकी पोल खुल गई और सनसनीखेज सच्चाई सामने आ गई।
जानकारी के अनुसार, अपने प्रमोशन के लिए DSP देविंदर सिंह J&K केंद्रशासित प्रदेश के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर गिरीश चंद्र मुर्मू से भी बात की थी। LG से मिलकर उसने बताया था कि जान की बाजी लगाकर उसने देश की सेवा की है और वो सच्चा देशभक्त है।
लिहाजा, उसे प्रमोशन मिलनी चाहिए। एक मीडिया हाउस के मुताबिक, एंटी हाईजैकिंग स्कॉड के सदस्य होने के चलते दविंदर सिंह श्रीनगर के हवाई अड्डे पर तैनात था। यही पर मौका पाकर उसने एक दिन गिरीश चंद्र मुर्मू से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि DSP ने मुर्मू को बताया कि वह फिलहाल DSP है और उसे अब प्रमोशन मिलनी चाहिए।
सूत्र बताते हैं कि देविंदर सिंह की फाइल अचानक तेजी से आगे बढ़ने लगी और जल्द ही वह प्रमोट होकर SP बनने वाला था। लेकिन, आतंकियों के पकड़े जाने के साथ ही उसके मंसूबे पर पानी फिर गया और उसकी काली करतूत सबसे सामने आ गई। कहा यहां तक जा रहा है कि दिसंबर में मुर्मू जम्मू-कश्मीर आए थे।
LG मुर्मू को रीसिव और सी ऑफ करने की जिम्मेदारी देविंदर सिंह को दी गई थी। इसी मौके का लाभ उठाकर देविंदर सिंह ने LG से मुलाकात की और अपने बारे में जानकारी दी। उसने कहा कि वह स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में शामिल रहा है और उसने कई एंटी टेरर ऑपरेशन को अंजाम दिया है। उसका कहना था कि उसके कई ऑपरेशन सफल रहे। उसने कहा कि वह सच्चा देशभक्त है और उसे प्रमोशन मिलनी चाहिए। फिलहाल, NIA पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है और इस मामले में अभी तक कई चौंकाने वाले खु़लासे हो चु़के हैं।