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Up kiran,Digital Desk : बांग्लादेश की राजनीति में इस वक्त एक माँ और बेटे की कहानी हर किसी की जुबान पर है। पूर्व प्रधानमंत्री और BNP की अध्यक्ष, 80 वर्षीय खालिदा जिया, ढाका के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। उनकी हालत इतनी गंभीर है कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

लेकिन इस दुखद खबर के बीच एक और बड़ी हलचल हो रही है। खबर है कि पिछले 15 सालों से लंदन में निर्वासित जीवन जी रहे उनके बेटे और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष, तारिक रहमान, अपनी बीमार माँ के पास बांग्लादेश लौट सकते हैं।

लंदन से लौटेंगे तारिक रहमान, पर फंसा है एक पेंच

BNP के एक बड़े नेता ने बताया है कि तारिक रहमान जल्द ही बांग्लादेश लौटेंगे। लेकिन इस वापसी में एक छोटी सी रुकावट है। दरअसल, तारिक एक नए बांग्लादेशी पासपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि वह किसी अस्थायी यात्रा पास का इस्तेमाल करके लौटना नहीं चाहते। इस खबर ने बांग्लादेश के सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है।

अस्पताल बना किला, चप्पे-चप्पे पर पहरा

खालिदा जिया की नाजुक हालत को देखते हुए, जिस अस्पताल में वह भर्ती हैं, उसे एक किले में तब्दील कर दिया गया है। अस्पताल के बाहर पुलिस और विशेष सुरक्षा बलों (SSF) का कड़ा पहरा है। उन्हें अस्पताल की चौथी मंजिल पर एक अलग केबिन में रखा गया है और सुरक्षा के लिहाज से आसपास के सभी कमरे खाली करा दिए गए हैं। यह सब दिखाता है कि मामला कितना गंभीर है।

चुनाव से पहले पार्टी के लिए मुश्किल घड़ी

यह सब एक ऐसे समय में हो रहा है जब बांग्लादेश में अगले साल की शुरुआत में आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे नाजुक मोड़ पर पार्टी की सबसे बड़ी नेता का बीमार होना, BNP के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पार्टी इस वक्त चुनावी रणनीति बनाने में जुटी है, लेकिन सबकी निगाहें खालिदा जिया के स्वास्थ्य पर टिकी हुई हैं।