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हर साल 4 अप्रैल को विश्व गाजर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को गाजर के फायदों से अवगत कराना है। गाजर का इतिहास बहुत पुराना है। इसकी जड़ें और ताजे फल दोनों को प्राचीन भारतीय औषधीय ग्रंथों में उल्लेख किया गया है। इसका उपयोग पुराने ग्रीक व रोमन साहित्य में भी मिलता है।

गाजर की खेती का इतिहास भी बहुत पुराना है। इसका उल्लेख महाभारत और रामायण जैसी प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। गाजर का उत्पादन प्राचीन भारत में मुख्य रूप से सैन्य उपयोग के लिए किया जाता था।

इसके बाद गाजर का इस्तेमाल खाद्य पदार्थ के रूप में भी होने लगा था। वर्तमान समय में, गाजर दुनिया भर में एक लोकप्रिय सब्जी है और यह विभिन्न व्यंजनों और खाद्य पदार्थों में उपयोग किया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस पहली बार 2003 में मनाया गया था और 2012 से इसे पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। फ्रांस, स्वीडन, इटली, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों में अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस मनाया जाता है। गाजर की खेती सबसे पहले एशिया के लोगों ने की और फिर पूरी दुनिया में शुरू हुई। शुरुआत में गाजर की खेती पंजाब और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में शुरू हुई। उस समय गाजर चार अलग-अलग रंगों- लाल, पीली, नारंगी और काली में पाई जाती थी। आईये जानते हैं इसके सेवन क्या फायदें होते हैं।

  • सुधारता है मानसिक स्वास्थ्य: गाजर एक बहुत ही अच्छा मानसिक स्वास्थ्य बढ़ाने वाला खाद्य पदार्थ है। इसमें मौजूद बीटा कारोटीन नामक विटामिन ए को शरीर को सुरक्षा देता है जो मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
  • शुगर के रोगियों के लिए फायदेमंद: गाजर में मौजूद अनेक प्रकार के विटामिन और खनिज होते हैं जो मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
  • आंतों के लिए लाभदायक: गाजर में फाइबर होता है जो आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • आंखों के लिए फायदेमंद: गाजर में विटामिन ए होता है जो आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
  • हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: गाजर में पोटैशियम होता है जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है।
  • त्वचा के लिए फायदेमंद माना जाता है। 

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