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कपिल सिब्बल ने आज भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। सिब्बल ने दावा किया कि 2014 के बाद से भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे 25 नेता BJP में शामिल हुए हैं। इनमें से 23 को कार्यमुक्त कर दिया गया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल निरंतर आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा 'वॉशिंग मशीन' बन गई है, जिसमें भ्रष्ट नेताओं के जाते ही उनके दाग धुल जाते हैं। विपक्ष का कहना है कि भाजपा में शामिल होने के बाद नेताओं पर दर्ज भ्रष्टाचार के मामले बंद किए जा रहे हैं।

कपिल सिब्बल ने ये दावा एक खबर के आधार पर किया है। हालांकि, सिब्बल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इस खबर को साझा नहीं किया। कपिल सिब्बल ने अपने पोस्ट में कहा, "विपक्ष के खिलाफ भाजपा की राजनीतिक चर्चा: भ्रष्टाचार का आरोप लगाया मगर फिर भी भ्रष्टाचारियों को गले लगाया। 2014 से भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे 25 नेता भाजपा में शामिल हुए और 23 को राहत मिली।"

मीडिया एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 के बाद से कथित भ्रष्टाचार के मामलों में केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का सामना करने वाले 25 प्रमुख नेता BJP में शामिल हो गए हैं। इन नेताओं ने कांग्रेस, सपा जैसी पार्टियां छोड़ दी हैं। इनमें सबसे ज्यादा 10 नेता कांग्रेस के थे, जिन पर भ्रष्टाचार के मामले दर्ज थे, मगर बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए। दूसरे नंबर पर एनसीपी और शिवसेना हैं, जिनके चार-चार नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं।

तृणमूल कांग्रेस के तीन, टीडीपी के दो और सपा और वाईएसआरसीपी के एक-एक नेता भाजपा में शामिल हुए। 25 में से 23 नेताओं को बीजेपी में शामिल होने से राहत मिली है. इन 23 नेताओं में से उनके खिलाफ दर्ज 3 प्रकरण बंद कर दिए गए हैं।

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