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2023 विश्वकप में बीते कल को दिल्ली में ऐसा कुछ हुआ जिसने एक डिबेट छेड़ दी है। खेल भावना और खेल के नियम के बीच एक बार फिर से और एक बार फिर से क्रिकेट के सबसे ज्यादा विवादित खिलाड़ी शाकिब अल हसन इसमें शामिल हो गए। श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में मैच खेला गया, जिसमें श्रीलंका ने पहले बैटिंग की और 280 रनों का लक्ष्य दिया। लेकिन इस पारी में कुछ ऐसा हुआ जिसकी चर्चा शायद सदियों सदियों तक की जाएगी।

क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी खिलाड़ी को टाइम आउट दिया गया। अब वह टाइम आउट नहीं है। यह कोई स्ट्रेटेजिक टाइम आउट नहीं है। यह किसी तरह का ब्रेक नहीं है। यह खिलाड़ी आउट हुआ था, जिसे टाइम आउट कहते हैं। 11 तरीके से बल्लेबाज आउट हो सकता है। इससे पहले 10 तरीके से इंटरनेशनल क्रिकेट में आउट होते हुए बल्लेबाजों को हमने देखा था, लेकिन सोमवार को हमने 11वें तरीके से भी बल्लेबाज को आउट होते हुए देख लिया। 146 साल के क्रिकेट इतिहास में यह पहली बार हुआ।

एंजेलो मैथ्यूज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए और लगभग लगभग सभी सवाल उनसे इसी टाइम आउट को लेकर ही किए गए।  एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि उन्होंने अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में किसी टीम को इतना नीचे गिरते नहीं देखा। मैंने कुछ गलत नहीं किया। मेरे पास क्रीज पर पहुंचने और खुद को तैयार करने के लिए दो मिनट थे। मैंने ऐसा ही किया। फिर उपकरण की परेशानी सामने आ गई।

उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता था कि कॉमन सेंस कहां गया, लेकिन शाकिब अल हसन और बांग्लादेश ने बहुत ही खराब किया। वह इस तरह का क्रिकेट खेलना चाहते थे। इतना नीचे स्तर तक गिरना चाहते थे। मेरे ख्याल से कुछ न कुछ गलत जरूर है। इसके अलावा एंजेलो मैथ्यूज ने यह भी कहा कि शाकिब अल हसन की मैं पहले बहुत रिस्पेक्ट करता था। बांग्लादेश की बहुत रिस्पेक्ट करता था, लेकिन आज के बाद वह रिस्पेक्ट उन्होंने गंवा दी है। 

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