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यूपी के एक बड़े माफिया अतीक अहमद के खौफनाक खात्मे की दास्तान आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है। लेकिन अब यूपी में मुख्तार की मौत की चर्चा है। 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में अचानक मुख्तार की तबीयत बिगड़ी। अस्पताल ले जाने के कुछ देर बाद ही मुख्तार की मौत की खबर सामने आई। मुख्तार की मौत के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में इस बात पर बहस छिड़ी है कि मुख्तार की मौत हुई है या हत्या। 

मुख्तार का पूरा परिवार भी चीख चीख कर इस बात की गुहार लगा रहा है कि जेल में मुख्तार को धीमा जहर देकर मारा गया है। लेकिन मुख्तार की मौत के बाद सीएम योगी ने कहा है कि यूपी में लॉ एंड ऑर्डर अब इस कदर दुरुस्त है कि अपराधी जेल जाने से भी खौफ जदा है।

उन्होंने आगे कहा कि ज्यादातर अपराधियों ने अपनी जमानतें तुड़वाकर के जेल में चले गए और अब तो कह रहे भैया हमें जेल में मत भेजो। अब वहां भी जाने से भाग रहे हैं। अब आप देख रहे होंगे अब तो ज्यादातर अपराधी अपने गले में तख्ती लटकाकर घूम रहे हैं। कह रहे हैं कि भैया जिंदगी भर ठेला लगाकर के पेट भर लूंगा, लेकिन अब कुछ गलत काम नहीं करूंगा। एक बार जान बख्श दो बस। 

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