Up Kiran, Digital Desk: नोएडा नकली रॉ अधिकारी, सुनीत कुमार गिरफ़्तार, यूपी एसटीएफ नोएडा, फर्ज़ी आईडी कार्ड, ग्रेटर नोएडा क्राइम, रॉ अधिकारी बनकर ठगी, फर्जी पहचान पत्र
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (STF) ने नोएडा में एक ऐसे शातिर शख्स को पकड़ा है, जिसने पुलिस अधिकारियों से लेकर आम लोगों तक सबको हैरत में डाल दिया है. ये आदमी खुद को 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' (RAW) का अधिकारी बताता था, यानी भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का अफ़सर! मंगलवार शाम को हुई ये गिरफ़्तारी न केवल बड़ी है बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि ऐसे लोग इतनी बड़ी पहचान बनाकर घूम कैसे रहे थे.
इस 32 साल के शख्स का नाम सुनीत कुमार बताया जा रहा है. ये बिहार के वैशाली ज़िले के अजोई गाँव का रहने वाला है, लेकिन ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर इलाक़े में रहता था. सोचिए, एक आम इंसान रॉ जैसी अति-संवेदनशील एजेंसी का अफ़सर बनकर कैसे रह सकता था! पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान उसके पास से कई हैरान करने वाले दस्तावेज़ मिले हैं.
क्या-क्या मिला इस शातिर के पास से?
एसटीएफ नोएडा के अपर पुलिस अधीक्षक, राजकुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि सुनीत कुमार के पास से जो चीजें बरामद हुई हैं, वो वाकई चौंकाने वाली हैं:
- सबसे ख़ास बात, उसकी अपनी तस्वीर वाला एक नकली 'रॉ अफ़सर' का आईडी कार्ड मिला.
- इसके अलावा, कई अलग-अलग नामों से बने वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं, जिन सब पर उसकी ही फोटो लगी हुई थी.
- अलग-अलग बैंकों की 20 चेक बुक, 8 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 17 एग्रीमेंट और कई अन्य संदिग्ध दस्तावेज़ भी ज़ब्त किए गए हैं.
अब सवाल ये है कि इतने सारे फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों के साथ वो कर क्या रहा था? क्या वो लोगों को ठगता था या कोई और बड़ा खेल चल रहा था? ऐसे में पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है ताकि इस पूरे नेक्सेस का पर्दाफाश हो सके. ये वाकई एक गंभीर मामला है क्योंकि कोई देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी का नाम इस्तेमाल करके आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहा था. ये न सिर्फ कानून का उल्लंघन है, बल्कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ भी है.
यूपी एसटीएफ अब इस मामले की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है कि इस फर्ज़ी 'रॉ अफ़सर' के पीछे कौन है और उसके मंसूबे क्या थे.

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