उत्तर प्रदेश ॥ अभी हाल ही देश में कोविड-19 ने दस्तक नहीं दी थी तब देश में नागरिकता कानून एवं एनपीआर का मुद्दा गर्म था। इसी दौरान डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) की खबरों पर भी खूब बहस छिड़ गई थी। पीएम मोदी ने तो एक रैली के दौरान यहां तक कह दिया था कि देश में किसी डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) का निर्माण नहीं किया जा रहा है, वहीं अब खबर सामने आ रही है कि उप्र राज्य का पहला डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) बनकर तैयार हो गया है।
खबरों के अनुसार गाजियाबाद से सटे नंदग्राम में यह डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) तैयार हो गया है। इस पर बीते एक साल से काम चल रहा था। इस डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) में यूपी में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को रखा जाएगा। अक्टूबर में इस डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) के उद्घाटन की संभावना भी जताई जा रही है।
इस डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) की दीवारों पर बहुत ऊंचाई तक तारबंदी कर दी गई है। इसके साथ ही वहां बिजली, पानी, पंखे और शौचालय की सुविधा की भी व्यवस्था कर दी गई है। इसके साथ ही इस डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) की इमारत की रंगाई-पुताई और मरम्मत का कार्य पूरा कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, इस डिटेंशन सेण्टर (नजरबंदी केंद्र) की क्षमता 100 अवैध विदेशी नागरिकों को रखने की है। सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था कर दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मार्च माह में तत्कालीन एसपी सिटी मनीष मिश्र ने सेंटर का निरीक्षण किया था।