कोविड आपदा के चलते केंद्रीय कर्मचारियों को बीते वर्ष से डीए में बढ़ोतरी की उम्मीद है। ऐसे में जल्द ही उनका इंतजार खत्म हो सकता है। सितंबर से उनके डीए का पैसा आना शुरू हो जाएगा।
इस दौरान अंतिम तीन किस्तों का बकाया आगामी वेतन में दिया जाएगा। नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम (जेसीएम) के सचिव के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में उनके मूल वेतन से 31 % की बढ़ोतरी की जाएगी। ऐसे में उन्हें 7750 रुपये तक बढ़ी हुई सैलरी का फायदा मिल सकता है।
7वें वेतन आयोग के तहत वेतन गणना के लिए कर्मचारी के मूल वेतन पर डीए की गणना करनी होगी। मान लीजिए किसी की बेसिक सैलरी 25,000 रुपये है तो उसका डीए 25,000 में से 31 % बढ़ जाएगा। इसका मतलब है कि डीए में बढ़ोतरी 25,000 रुपये का 31 % यानी कुल 7750 रुपये होगी। इसी तरह 7वें सीपीसी पे मैट्रिक्स में अन्य केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन भी अलग होगा।
इसकी गणना आपके मूल वेतन को देखकर की जा सकती है। अभी तक 17 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिलता था। ऐसे में जिन लोगों की बेसिक सैलरी 25000 रुपये है, उन्हें मौजूदा डीए के हिसाब से 4250 रुपये मिलते हैं, लेकिन अगर इसमें बढ़ोतरी होती है तो उन्हें करीब 7750 रुपये मिलेंगे।
आपको बता दें कि कोविड आपदा के चलते केंद्रीय कर्मचारियों के डीए पर लगी रोक हटाई गई है। अब सितंबर से उन्हें बढ़े हुए वेतन का लाभ मिल सकेगा। माना जा रहा है कि जून से पहली तीन किस्तों में बढ़ोतरी का फायदा मिलेगा।