आज कल की प्रदूषण से भरी जिंदगी और फास्ट फूड का सेवन हेयर फॉल की दिक्कत को बढ़ा देता है।आज दुनियाभर में लगभग हर घर में कोई न कोई ऐसा है जो हेयर फॉल से परेशान है और वो तरह तरह के हेयर केयर टिप्स आजमाते हैं लेकिन अगर एक बार बाल झड़ना शुरू हो गए तो सामान्य हेयर केयर टिप्स भी काम नही देते।
हेयर फॉल को जल्दी और लंबे समय तक खुद से दूर करने के लिए केवल एक्सपर्ट्स रिकमेंडेड हेयर केयर टिप्स ही आजमाएं।लेकिन अब आप यह सोच रहे होगे कि ये एक्सपर्ट रिकमेंडेड हेयर केयर टिप्स के बारे में जानकारी कैसे मिलेगी, तो आप सही जगह पर आए हो। आज इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे हेयर केयर टिप्स के बारे बताएंगे जिनको एक्सपर्ट्स ने रिकमेंडेड किया है।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी (Columbia University) मेडिकल सेंटर की डर्मेटोलॉजी (Dermatology) डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ लिंडसे बॉर्डोन के अनुसार, रिस्ट्रिक्टिव डाइट का सेवन से शरीर में कुछ ऐसे आवश्यक खनिजों और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है जो बालों के विकास के लिए आवश्यक है। आइए समझते हैं कि आखिर ये रिस्ट्रिक्टव डाइट होती क्या है।
रिस्ट्रिक्टिव डाइट एक विशेष प्रकार की डाइट है जिसमे कुछ विशेष परिस्थितियों में कुछ विशेष खाद्य पदार्थो की मात्रा को बढ़ा या एकदम कम कर दिया जाता है।सामान्यत: यह वजन घटाने (Weight loss) या वजन बढ़ाने (Weight gain) के लिए किया जाता है, हालांकि रिस्ट्रिक्टिव डाइट को अभी तक एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिकों की मान्यता नहीं मिली है।
डॉ लिंडसे के अनुसार, बालों के विकास के लिए पर्याप्त प्रोटीन युक्त संतुलित आहार लेना महत्वपूर्ण है।”आम तौर पर, प्रत्येक व्यक्ति को प्रति दिन 50 ग्राम प्रोटीन या अधिक की जरूरत होती है।”
हम सभी जानते हैं कि कैफीन अधिक मात्रा में ऊर्जा को प्रदान करता है, लेकिन 2014 के एक अध्ययन में पाया गया कि कैफीन बालों के विकास को में भी प्रभावशाली होता है।अध्ययन के अनुसार, कैफीन पुरुषों और महिलाओं दोनों में नए बालों के उगने में मदद कर सकता है।
एक अध्ययन में पाया गया कि कैप्सूल के रूप में 400 मिलीग्राम कद्दू के बीज के तेल की दैनिक खुराक से पुरुषों में बालों के विकास में वृद्धि हुई। 24 सप्ताह के बाद, जिन पुरुषों ने कद्दू के बीज का तेल (Pumpkin seed oil) लिया, उनके बालों की संख्या में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई।एक अन्य अध्ययन ने चूहों के चार समूहों को अलग-अलग बाल उपचार दिया गया।उपचार में खारा (Saline), जोजोबा तेल (Jojoba oil), 3 प्रतिशत मिनोक्सिडिल या 3 प्रतिशत
पेपरमिंट ऑयल शामिल थे।अध्ययन में पाया गया कि जिस समूह को पेपरमिंट ऑयल (Peppermint oil) दिया गया, उसमें सबसे ज्यादा बाल उग आए। शोध से यह भी पता चला है कि रोज़मेरी तेल (Rosemary oil)बालों के विकास के लिए मिनोक्सिडिल (Minoxidil) जितना ही प्रभावी हो सकता है।कोलेजन (Collagen) और बायोटिन (Biotin) का सेवन करे।बायोटिन और कोलेजन का सेवन सबसे प्रसिद्ध हेयर केयर टिप्स है।
बायोटिन में हेयर के लिए आवश्यक सभी प्रकार के पोषक तत्त्व और मिनरल्स होते हैं। यह भी याद रखे कि हमारे बाल कोलेजन नामक प्रोटीन से ही मिलकर बने होते हैं।कोलेजन प्रोटीन के साथ साथ कुछ निम्न प्रकार के अमीनो एसिड (Amino acid) भी हेयर्स के निर्माण में सहायक होते हैं।
रिसर्च के अनुसार, कोलेजन और बायोटिन में इन अमीनो एसिड की उच्च मात्रा होती है, जिसका अर्थ है कि ये शरीर को बालों के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं।
बालों की उम्र आपके शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही होती है: यही कारण है कि जैसे-जैसे वे बड़े होते जाते हैं, बाल पतले होने का लगते हैं।रिसर्च के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन करने से बालों की एजिंग रुक जाती है और पतले नही होते।
कोस्टर ऑयल (अरंडी के तेल) में एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो आपके बालों को बढ़ने से रोकने वाले स्कैल्प इंफेक्शन को हटाने में मदद करते हैं।कोस्टर ऑयल ओमेगा -6 फैटी एसिड (Omega-6 fatty acid), विटामिन ई (Vitamin E), प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से युक्त होता है जो आपके सूखे बालों में नमी बनाए रखने के लिए जरूरी है।
धूम्रपान स्कैल्प (Scalp) और फॉलिकल (Follicles) में रक्त के प्रवाह को प्रतिबंधित करता है, चूंकि खून में ऑक्सिजन व अन्य प्रकार के पोषक तत्त्व और मिनरल्स होते हैं, अगर बालों तक रक्त संचार नही होगा तो बालों को ऑक्सिजन और अन्य पोषक पदार्थ कैसे प्राप्त होगे?ऑक्सिजन और पोषक तत्वों को कमी से हेयर्स कमजोर हो जायेगे और हेयर फॉल होगा।
वास्तव में यह सबसे आसान हेयर केयर टिप्स है।विभिन्न प्रकार के बालों के आधार पर, हर हफ्ते शैंपू करने की मात्रा में भी भिन्नता होती है।मोटे बालों से तेल बिना धोए ही कुछ दिन बाद हट जाते हैं वहीं पतले बाल शैंपू करने के अगले दिन ही तैलीय लगते हैं।
दालचीनी में एंटीमाइक्रोबियल (Antimicrobial) गुण होते हैं जिससे ये सिर में रक्त का संचार तेज करता है और स्काल्प इंफेक्शन में मदद करता है।
आइए देखते हैं कि हेयर फॉल के लिए दालचीनी मास्क कैसे बनाना है।