पीएम मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर हैं। इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजर है। इस दौरे को कई नजरिये से देखा जा रहा है। एक नजरिया तो ये भी है कि अमेरिका हिंदुस्तान को उसके सहयोगी रूप से दूर करना चाहता है।
मगर इस बीच रूस का हिंदुस्तान को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है। भारत में रूस के राजदूत ने ये बात कही है कि दोनों देश ऊर्जा आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं और व्यापार में गलतफहमी को भी दूर करने की कोशिश कर रहे है।
ये बात सीधे तौर पर तो नहीं मगर एक इशारा है अमेरिका के लिए और हर उन देशों के लिए जिन्हें लगता है कि रूस भारत के रिश्तों में दरार आ सकती है।
जब रूस यूक्रेन युद्ध की शुरुआत हुई थी तब पूरी दुनिया ने रूस की खिलाफत की थी। भारत एकलौता देश था जो पहले दिन से रूस के साथ खड़ा था और आज भी उतनी ही मजबूती के साथ खड़ा है।
ऐसे में जो भी खबरें आ रही कि अमेरिका भारत रूस की दोस्ती में आएगा तो वो सरासर गलत है। भारत जानता है उसे क्या करना है। देखा जाए तो पीएम मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर रूस में अब अभी तक खुले तौर पर तो नहीं मगर इशारों इशारों में ये बता दिया कि इससे व्यापार, ऊर्जा आपूर्ति, किसी भी डील में कोई कमी नहीं आने वाली।
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