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रूस के लगातार आर्कटिक और बाल्टिक सागर में बॉम्बर उड़ाने से अमेरिका परेशान हो गया और उसने भी अपने बीटू बॉम्बर को यूरोप में तैनात कर दिया है। रूस पिछले कई दिनों से अपने लॉन्ग रेंज बंकरों की एक्सरसाइज को अंजाम देने में लगा है। रूस ने बैरन सागर से लेकर आर्कटिक और नॉर्थ अटलांटिक तक अपने ठिकानों पर विमानों को भेजा है।

इन बॉम्बर के साथ रूस ने सुखोई विमानों और मिग विमानों को भी उड़ाया, जिससे अमेरिका और नाटो की चिंता बढ़ गई है। रूस के बॉम्बर विमानों को उड़ाने के बाद अमेरिका भी एक्शन में आ चुका है और उसने भी अपने घातक बॉम्बर भेज दिए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका ने तीन बी टू बॉम्बर विमान आइसलैंड भेजे हैं, जिनके साथ डेढ़ 100 एयरफोर्स के सैनिक भी भेजे गए हैं। बॉम्बर विमानों को कैफे लेविट एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है और ये छह हफ्ते तक यहां पर तैनात रहेंगे।

अमेरिकी एयरफोर्स के मुताबिक, आइसलैंड में पीटर बॉम्बर को भेजने का मकसद नाटो को रूस के विरूद्ध सुरक्षा मुहैया कराना है। इन बॉम्बर की तैनाती रूटीन के तहत होगी, जो फ्लाइट ऑपरेशन को भी अंजाम देगा। हाल ही में अमेरिका ने ब्रिटेन के एयरपोर्ट एयरबेस पर चार बीवर भी बॉम्बर की तैनाती की थी। बीवन भी बॉम्बर ने पार्टी को रास्ते में फ्लाइट ऑपरेशन को भी अंजाम दिया था। जिसके बाद अब भी जो बंकरों को तैनात किया गया है। रूस और यूक्रेन जंग के बाद से अमेरिका पिछले डेढ़ साल में योरप में अपने तीनों बॉम्बर विमानों को एक एक करके तैनात कर चुका है। 

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