कीव/मॉस्को : रूस और यूक्रेन के बीच वार (Russia-Ukraine war) थम सकता है। यदि यूक्रेन के प्रेसीडेंट जेलेंस्की रूस की शर्तों को मान लेते हैं तो पीस प्लान सामने आ सकता है। वैसे 21 दिन से यह जंग अभी जारी है। यूक्रेन में भारी तबाही मची है। शुक्रवार को इंटरनेशनल कोर्ट ने भी रूस को युद्ध रोकने का आदेश दिया था। अब यह आने वाले समय में पता चलेगा कि रूस इंटरनेशनल कोर्ट की बात मानता है या नहीं।
यूक्रेन के समाचार पत्रों के मुताबिक रूस और यूक्रेन ने 21 दिनों से युद्ध (Russia-Ukraine war) रोकने के लिए एक संभावित शांति प्लान तैयार किया है। इसके तहत युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी होगी। यदि कीव नाटो की सदस्यता से पीछे हट जाता है और अपनी डिमिलिट्राइजेशन स्वीकार लेता है तो यह संभव है।
दोनों देश हमलों के बीच वार्ता के लिए आशान्वित नजर आए। लगातार बमबारी जारी है। इसके बावजूद कीव की तरफ सैन्य काफिला के बढ़ने की गति कुछ थम रही है। इसके बीच दोनों पक्षों ने कहा है कि वार्ता में प्रगति है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि एक तटस्थ सैन्य स्थिति पर ‘गंभीरता से चर्चा चल रही है’, वोलोडिमिर जेलेंस्की ने युद्ध (Russia-Ukraine war) समाप्ति के लिए रूस की मांगों को ‘अधिक यथार्थवादी’ बताया।
लावरोव ने जेलेंस्की के उस बयान का स्वागत किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनका देश जानता है कि वह नाटो में शामिल नहीं हो सकता। ‘व्यापार जैसी भावना’ वार्ता में उभरने लगी है। इससे दोनों पक्षों की उम्मीद जगी है। रूसी वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की के मुताबिक यूक्रेन की सेना के आकार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा जारी है। (Russia-Ukraine war)
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