ऋषिकेश॥ पहाड़ों में निरंतर वर्षा से गंगा नदी का जलस्तर तेजी बढ़ रहा है। देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग और श्री नगर में गंगा खतरे का निशान पार कर गई है। ऋषिकेश (Rishikesh) में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के निकट पहुंच चुका है। प्रबन्धन ने घाटों को खाली करा लिया है। गंगा की सहायक नदियां भी उफान पर हैं।
हरिद्वार और ऋषिकेश में अलर्ट जारी किया गया है। लक्ष्मण झूला में गंगा घाट, त्रिवेणी घाट, मायाकुंड और चंद्रेश्वर नगर में पानी भर गया है। शुक्रवार रात तकरीबन 9 बजे त्रिवेणी घाट में गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने लगा। देखते ही देखते एक घंटे में जलस्तर चेतावनी रेखा तक पहुंच गया।
उप जिलाधिकारी मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने मुनादी कर घाट को खाली करवाया। केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी देवेंद्र शर्मा ने कहा कि शनिवार पूर्वाह्न 11:00 बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा 339.50 मीटर को पार कर 340. 48 मीटर पर पहुंच गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान तक ही रहेगा। आमतौर पर गंगा का जलस्तर 337.50 मीटर पर रहता है।
त्रिवेणी घाट पुलिस चौकी प्रभारी उत्तम रमोला ने बताया कि त्रिवेणी घाट को खाली करा लिया गया है। कोतवाली पुलिस ने चंद्रेशनगर के लोगों को लोगों को सुरक्षित स्थान जाने को कहा है। पुलिस ने लोगों से गंगा किनारे न जाने की अपील की है। स्वर्ग आश्रम, परमार्थ निकेतन, राम झूला सहित सभी घाट जलमग्न हो गए हैं।
उधर, निरंतर हो रही वर्षा के कारण नगर के कई मोहल्ले भी जलमग्न हो गए हैं। छोटे नाले भी उफान पर हैं। पानी सड़कों पर बह रहा है। तिलक रोड, देहरादून रोड और रेलवे रोड पर पानी बह रहा है।। छोटे वाहन पानी में फंस जाने के कारण बंद हो गए हैं।