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आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में वेंकोजी पालेम स्थित ज्ञानानंद आश्रम के प्रशासक पूर्णानंद सरस्वती को एमवीपी पुलिस ने अरेस्ट किया है। दरअसल, विजयवाड़ा के दिशा थाने में एक नाबालिग युवती ने केस दर्ज कराया था कि आश्रम में उसके साथ छेड़छाड़ की गई।

आप में से कई लोगों ने वेब सीरीज 'आश्रम' देखी होगी। इसमें एक फर्जी बाबा को अपने आश्रम में युवतियों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए दिखाया गया है। ऐसा ही मामला आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से सामने आया है। वेंकोजी पालेम स्थित ज्ञानानंद आश्रम के प्रमुख पूर्णानंद सरस्वती पर एक नाबालिग लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

युवती ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि आश्रम में उसके साथ दुव्र्यवहार किया गया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सोमवार की रात पूर्णानंद स्वामी को अरेस्ट कर लिया. पुलिस के मुताबिक, लड़की ने उन्हें बताया कि पूर्णानंद स्वामी ने एक बार नहीं बल्कि कई बार उसका यौन शोषण किया। इसके साथ ही उसे मानसिक प्रताड़ना भी दी गई है। वह आश्रम नहीं छोड़ सकती थी। कई प्रयासों के बाद, वह काशीबाशी आश्रम से भागने में सफल रही और सीधे विजयवाड़ा पहुँची।

लड़की के माता-पिता का कुछ साल पहले निधन हो गया था। माता-पिता की मृत्यु के बाद वह अपनी नानी के घर रहने लगी। मगर कुछ समय बाद यानी दो साल पहले उसकी दादी ने उसे ज्ञानानंद आश्रम में भर्ती करा दिया। तब से वह वहीं रहती थी। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। बच्ची को मेडिकल के लिए भेजा गया है। साथ ही आरोपी पूर्णानंद सरस्वती से भी पूछताछ की जा रही है।

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