मध्य प्रदेश के निवासियों को आने वाले दिनों में करारा झटका लग सकता है। राज्य में जल्दी ही बिजली महंगी की जा सकते है। हाल ही में बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम के उपरांत एक बार फिर से एमपी वासियों को सरकार की मार झेलनी पड़ सकती है।
माना जा रहा है कि अब बिजली के रेट 9 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। इसके लिए राज्य की पावर कम्पनियों ने बिजली के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग भेजने की पूरी तैयारी भी कर ली है।
सूचना के लिए ज्ञात करा दें कि बिजली के दाम पहले ही बढ़ने वाले थे परन्तु राज्य में कोविड-19 संक्रमण और उसके बाद उपचुनाव के चलते मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने इसमें देरी कर दी है, मगर अब नए सत्र 2021-2022 में बिजली कम्पनी ने दाम तय करने की प्रकिया शुरु कर दी है।
अभी हाल ही में राज्य के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जबलपुर में बिजली कम्पनियों के मुख्यालय शक्तिभवन में ट्रांसमिशन कंपनी, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी तथा जेनरेशन कंपनी के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बात की थी और कहा था कि निश्चित तौर पर राज्य का खर्च चलाने के लिए इनकम की आवश्यकता है और राज्य का एक बहुत बड़ा आय स्रोत बिजली है। इसलिए अब बिजली के रेट बढ़ना अहम है।