भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे राजस्थान के सरहदी जिले में पाकिस्तान की एक और नापाक करतूत को सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया है। खुफिया एजेंसियों सीआईडी-सीबी और एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
संदिग्ध सीमावर्ती क्षेत्र में मजदूरी का काम करता है और लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। आरोप है कि आरोपित सीमा पार बॉर्डर से जुड़ी गतिविधियों और सूचनाएं लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से भिजवा रहा था। बाड़मेर जिले के बिजराल थाने से खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने इस मजदूर को हिरासत में ले लिया है। उसे जयपुर ले जाया गया है। संदिग्ध के पास सोशल मीडिया अकाउंट पर भारतीय सुरक्षा से जुड़ी कई अहम सूचनाएं मिली हैं।
एटीएस ने शुक्रवार देर रात बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र के निवासी रोशनदीन को गिरफ्तार किया। सरहद के निकट भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बन रही सडक़ परियोजना में रोशनदीन जेसीबी चलाता है। ऐसे में उसका सीमा क्षेत्र में रोजाना आना-जाना होता था। रोशनदीन की पाकिस्तान में रिश्तेदारी भी है और उनसे मिलने के नाम पर वह कई बार पाकिस्तान जाकर आ चुका है।
सालभर से सरहद से जुड़े बाड़मेर-जैसलमेर इलाके में लगातार आईएसआई के जासूस पकड़े जाने से खुफिया एजेंसियों में जबरदस्त हलचल है। सोशल मीडिया जासूसों के लिए सबसे बड़ा हथियार बन रहा है। इसके माध्यम से भारतीय सेना से जुड़ी अहम जानकारियां दुश्मन सेनाओं को भिजवाई जा रही हैं। कुछ महीने पहले ही ऐसे ही एक जासूस को सरहदी क्षेत्र से खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था।
सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी निशानदेही पर कई कार्रवाई की थी। इसके बाद से ही लगातार एजेंसियों की नजर सरहदी इलाकों में संदिग्ध लोगों पर थी। अब एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। आशंका जताई जा रही है कि इस मजदूर ने सेना से जुड़ी कई गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी हैं। पकड़े गए मजदूर से अब जयपुर में संयुक्त पूछताछ की जाएगी।