लालू परिवार की लड़ाई में कूदा ये दिग्गज नेता, तेज प्रताप को मनाने का बताया ऐसा तरीका कि…

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पटना ।। एक ओर जहां बिहार के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद परिवार के मुसीबत खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं, वहीं उनके प्रतिद्धंदी उन पर हावी होते जा रहे हैं।

यही वजह है कि परिवार के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा अदालत में तलाक की अर्जी दिए जाने के बाद घर नहीं लौटने पर जनता दल (युनाइटेड) ने शनिवार को राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नैतिकता का पाठ पढ़ाया। जदयू ने तेजस्वी को रामचरितमानस की याद दिलाते हुए उन्हें भरत से सीख लेने की नसीहत दी है।

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जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि सत्ता गंवाने के बाद भी तेजस्वी की आत्मा नहीं जागी। अब उन्हें अपने बड़े भाई से भी आंख मिलाने से डर लगने लगा है। उन्होंने तेजस्वी को रामचरित मानस से सीख लेने की नसीहत देते हुए कहा कि याद कीजिए, जब छोटे भाई भरत को अयोध्या का राजा बनाया गया था, तब वे वनवास गए बड़े भाई राम को वन से वापस लाने गए थे।

जद (यू) नेता ने तेजस्वी को जाकर बड़े भाई को घर लाने की सलाह देते हुए कहा कि यही नैतिकता है। एक कोशिश तो कीजिए। आपको बता दें कि तेजप्रताप ने अपनी पत्नी एश्वर्या से तलाक की अर्जी एक नवंबर को पटना पारिवारिक (फैमिली) अदालत में दी है।

इस मामले की पहली सुनवाई को लेकर तेजप्रताप 29 नवंबर को पटना पहुंचे लेकिन इसके बावजूद घर नहीं गए। तेज प्रताप ने अपनी तलाक की अर्जी में कहा है कि उनकी अपने पत्नी एश्वर्या से नहीं बनती। दोनों को तालमेल नहीं बन पाता। अर्जी में कहा गया है कि एश्वर्या उनको तलाक के लिए उकसाती थी और उन पर अपने पिता चंद्रिका राय को छपरा सीट से टिकट दिलाने का दबाव बना रही थी।

फोटो- फाइल

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