उत्तर प्रदेश ॥ अभी हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का है। जहां तैनात एक लेखपाल के विरूद्ध कथित तौर पर अपहरण के बाद बलात्कार का मामला दायर किया गया है। इस मामले में मिली खबर के अनुसार लेखपाल नरैनी कोतवाली की पुलिस क्षेत्र के पुंगरी गांव में तैनात था।
वहीं बीते सोमवार को कोतवाली में पीड़िता की ओर से दर्ज एफआईआर के अनुसार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) गिरीन्द्र सिंह ने मंगलवार को बताया कि 18 साल की दलित युवती के साथ ये घटना शनिवार सुबह करीब छह बजे हुई, मगर मामला दो दिन बाद सोमवार को दर्ज कराया गया।
इस घटना में आगे उन्होंने बताया कि शनिवार को पीड़िता अपने दरवाजे पर झाडू लगा रही थी, तभी पुंगरी गांव में तैनात लेखपाल (राजस्वकर्मी) सुशील पटेल दो अज्ञात साथियों के साथ अपनी जीप से पहुंचा और लड़की को जबरन जीप में डालकर ले जाने लगा। वहीं लड़की की मां ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसे धक्का देकर गिरा दिया गया। इस मामले में एसएचओ ने यह भी बताया कि “पीड़िता ने अपनी तहरीर में कहा कि लेखपाल ने चलती जीप में उससे बलात्कार किया और हनुमान मन्दिर के पास सड़क में बैठे आवारा जानवरों की वजह से जीप के रुकने पर वह कूद कर भाग निकली।”
इसी के साथ आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि “युवती की तहरीर के आधार लेखपाल सुशील पटेल और उसके दो अज्ञात साथियों के विरूद्ध आईपीसी की धारा-376बी, 323, 504, 364 और एससीएसटी अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।” केवल इतना ही नहीं पीड़िता को आज चिकित्सकीय जांच के लिए सरकारी हॉस्पिटल रेफर किया गया है।