
लंदन। एक नन्ही गिलहरी नव के माध्यम से सैकड़ों मील की दूरी तय करके भारत से स्कॉटलैंड पहुंच गई। जब उस पर कुछ लोगों की नजर पड़ी तो उसे बचाकर जानवरों के अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि सैकड़ों मील की दूरी तय करके जब एक नाव पर भारत से स्कॉटलैंड पहुंची। यहां इस गिलहरी को एबरडीनशायर में द न्यू आर्क वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल, नॉर्थ ईस्ट वाइल्डलाइफ एंड एनिमल रेस्क्यू सेंटर के स्टाफ के सदस्यों ने उसे बचाया.
एक रिपोर्ट के मुताबिक द न्यू आर्क ने बीते 30 अगस्त को गिलहरी की तस्वीर के साथ फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट में बताया गया था कि 29 अगस्त को उनके पास दो स्थानीय लोगों का फोन आया जो एबरडीन में पेस्ट सोल्यूशन का काम करते हैं। उन लोगों ने फोन पर पूछा कि क्या बचाव केंद्र भारत से आई और एक नाव पर देखी गई गिलहरी को लेने के लिए तैयार होगा। कॉल आने के एक घंटे बाद अस्पताल के सदस्यों ने गिलहरी को सुरक्षित रूप से अपने पास रख लिया। गिलहरी को बचाने वाले लोगों का कहना है कि भारतीय गिलहरियों के बारे में उनको शायद ज्यादा जानकारी नहीं है।
दरअसल भारत में गिलहरी की 40 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमे जमीनी गिलहरी से लेकर विशाल उड़ने वाली गिलहरियां तक शामिल हैं। बहरहाल अस्पताल ने कहा कि यह एक भारतीय पाम स्क्वेरल है जिसे थ्री स्ट्रिप्ड पाम स्क्वेरल भी कहा जाता है। ये देश भर के बगीचों में देखी जाने वाली सबसे आम प्रजाति की गिलहरी है। बचाव दल ने इस गिलहरी को जिप्पी उपनाम दिया है क्योंकि उन्होंने पाया कि यह बेहद सक्रिय, फिट और तेज थी। वन्यजीव अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि जिप्पी अब अच्छी हालत में है और उन्होंने इसके लिए एक नया स्थाई घर भी तलाशना शुरू कर दिया है।
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