छठ महापर्व को लेकर लोगों में उमंग है, तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। प्रशासन द्वारा लोगों से घर पर ही छठ मनाने की अपील करने के साथ-साथ प्रशासनिक तैयारी की गई है।
जिला के दो सौ से अधिक घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया है। सभी जगहों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। रेलवे लाइन के आसपास होने वाले छठ पर रोक लगाते हुए विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। इस अवसर पर किसी भी प्रकार के मेला जागरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा पूजा समितियों के साथ बैठक कर सावधानी बरतने के संबंध में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। जिला भर में 214 घाटों को खतरनाक घोषित कर यहां मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस जवानों को तैनात किया जा रहा है। जिन जगहों पर मजिस्ट्रेट नहीं तैनात किए गए हैं, वहां स्थानीय स्तर के अधिकारी अपने स्तर से प्रतिनियुक्ति करेंगे।
बेगूसराय नगर एवं प्रखंड में 30, मटिहानी 21, शाम्हो में तीन, वीरपुर में पांच, बरौनी में 12, खोदावंदपुर में दस, चेरिया बरियारपुर में 19, छौड़ाही में 19, तेघड़ा में 12, भगवानपुर में 13, मंसूरचक में सात, बछवाड़ा में 18, बलिया में चार, साहेबपुर कमाल में तीन, डंडारी में पांच, बखरी में 11, नावकोठी में 22, गढ़पुरा में 13 घाट खतरनाक घोषित किया गया है।
सभी थाना में मजिस्ट्रेट के साथ रिजर्व गश्ती टीम को रखा गया है। इन खतरनाक घाटों पर बेरिकेटिंग करने के बाद बैनर एवं लाल झंडा भी लगाया जाएगा। छठ के अवसर पर विधि व्यवस्था बनाने के लिए कारगिल विजय सभा भवन में जिला नियंत्रण कक्ष 06243-222835 की स्थापना करने के साथ-साथ सभी अनुमंडल स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष, मिनी कंट्रोल रूम एवं सीसीटीवी की स्थापना की जा रही है।
रेलवे लाइन के आसपास एवं रेलवे लाइन को पार करने वाली संभावित जगहों पर छठ मनाने पर रोक लगा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग को स्टॉफ, दवाई, एंबुलेंस और फर्स्ट एड किट के साथ अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। 19 से 21 नवम्बर तक जिला के विधि व्यवस्था का प्रभारी अपर समाहर्ता और मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक को बनाया गया है। इसके अलावा सभी एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणसील रहेंगे।