2022 इलेक्शन से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी सतह पर आ गई है. भाजपा विधायक दिलीप रावत ने पिछले तीन दिनों में अपनी ही सरकार के वन एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के विरूद्ध दूसरी मर्तबा लेटर बम फोड़कर पार्टी में तहलका मचा दिया है।
अबकी बार वन मंत्री पर लैंसडाउन क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होंने लैंसडाउन से केटीआर कार्यालय संचालित करने और बिजली वितरण खंड नैनीडांडा में कार्यपालक अभियंता को तैनात करने की मांग उठाई है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में तीन दिन में मांग पर कार्रवाई नहीं होने पर आमरण अनशन पर बैठने की धमकी दी है।
वही लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने मुख्यमंत्री धामी को पिछले 28 दिसंबर को चिट्ठी भेजकर वन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई थी। बीते कल को उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री धामी को लेटर भेजा है। पत्र में इस बार नाराजगी की एक की वजह विद्युत वितरण खंड नैनीडांडा में अधिशासी अभियंता की तैनाती न होना है।