नई दिल्ली॥ गरीबों के लिए बैंक खाता खोलने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) को छह साल पूरे हो गए हैं। इस योजना के तहत अब तक 40.35 करोड़ से ज्यादा खाते खोले जा चुके हैं, जिनमें 1.31 लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं।
पीएमजेडीवाई के तहत खोले गए कुल खातों में से 63.6 फीसदी ग्रामीण इलाकों में खोले गए हैं और 55.2 फीसदी खाताधारक महिलाएं हैं। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को ट्वीट करके ये जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि छह साल पहले आज ही के दिन प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत हुई थी।
इसका मकसद उन लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना था, जो इससे वंचित थे। मोदी ने कहा कि ये पहल गेमचेंजर साबित हुई है। इसने गरीबी उन्मूलन की कई योजनाओं के लिए नींव काम किया है, जिससे करोड़ों लोगों को फायदा हुआ। मोदी ने कहा कि इससे वंचितों को बैंकिंग सुविधा, असुरक्षितों को सुरक्षा और जरूरतमंदों को मदद मिली।
जनधन योजना के छह साल पूरे होने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये योजना मोदी सरकार की जन केंद्रित आर्थिक कार्यक्रमों की बुनियाद रही है। चाहे वह डीबीटी हो, कोविड-19 वित्तीय सहायता हो, पीएम-किसान हो, मनरेगा के तहत मजदूरी में बढ़ोतरी हो या लाइफ एंड हेल्थ इंश्योरेंस कवर, पहला कदम लोगों का खाता खुलवाना था।
इस योजना का काम लगभग पूरा हो चुका है। वित्त मंत्रालय की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि अप्रैल से जून,2020 के बीच पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत कुल 30,705 करोड़ रुपये महिला जनधन खातों में डाले गए।
वहीं, सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत करीब आठ करोड़ जनधन खाताधारकों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) का लाभ मिलता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को लाल किले की प्राचीर से इस योजना का ऐलान किया था, जिसे उसी साल 28 अगस्त को लॉन्च किया गया था।