नई दिल्ली॥ भाजपा की नए वर्ष निरंतर मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक ओर झारखंड हाथ से निकला तो वहीं सीएए व NRC को लेकर देशभर में प्रदर्शन ने मुश्किलें बढ़ा दीं। इस बीच NDA के घटक दलों में बढ़ रहा असंतोष भी पार्टी के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
ताजा मामला बिहार में सहयोगी दल JDU का है। CAA के मुद्दे पर भाजपा और JDU के बीच पैदा हुई दरार निरंतर बढ़ती जा रही है। पार्टी में भाजपा के विरूद्ध उठ रही आवाजों को दरकिनार करते हुए JDU ने दिल्ली में गठबंधन किया है।
भाजपा-JDU का यही गठबंधन JDU के एक धड़े को रास नहीं आ रहा है। ऐसे में पार्टी प्रवक्ता पवन वर्मा ने इस गठबंधन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। वर्मा ने पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार से प्रश्न किया है कि वह विचारधारा को लेकर पार्टी का रुख साफ करें।
जानकारी के अनुसार, JDU प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा कि 2017 में नीतीश कुमार ने उन्हें बताया था कि भाजपा-मोदी किस तरह लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म कर रहे हैं, लेकिन अब वही नीतीश उसी भारतीय जनता पार्टी के साथ दिल्ली में गठबंधन कर रहे हैं।
पवन वर्मा ने आरोप लगाया कि इस डबल स्टैंडर्ड की वजह से ही पार्टी के कई एमएलए साथ छोड़ रहे हैं। पार्टी में ही कुछ ऐसे विचार हैं जो कि नीतीश कुमार के साथ नहीं मेल खा रहे हैं और ऐसे मुद्दों को लेकर गुस्सा बढ़ता जा रहा है।