मोदी सरकार ने संसद सत्र के पहले दिन ही कृषि कानूनों को वापस ले लिया। ऐसे में प्रश्न उठने लगा है कि क्या अब किसान अंदोलन खत्म हो जाएगा। मगर अभी इसके समाप्त होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं। क्योंकि अन्नदाता MSP पर कानून की मांग को लेकर भी हट लगाए हुए हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार की तरफ से MSP पर गारण्टी नहीं दी जाती है तब तक दिल्ली की सरहदों पर प्रदर्शन जारी रहेगा।
एक समाचार चैनल के साथ इंटरव्यू में राकेश टिकैत से आगे की रणनीति को लेकर प्रश्न किया गया है। राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया था कि अब जनता बोल रही है कि पहले अन्नदाताओं की मांग थी कि कृषि कानून वापस लो।
दरअसल ये सब बातें तो बहाना है, आंदोलन को तब तक चलाना है, मोदी जी को पीएम पद से हटाना है। इसके उत्तर में उन्होंने कहा था कि हमारा इससे कोई लेना देना नहीं है। मोदी जी के बाद कोई न कोई तो देश का पीएम बनेगा ही। ये नहीं होंगे पीएम तो कोई दूसरा बनेगा। कानून को भारत सरकार लेकर आई थी। कोई शख्स इस कानून को लेकर नहीं आया।
किसान नेता टिकैत ने आगे उत्तर दिया कि यदि सरकार की कोई पॉलिसी खराब होगी तो उसका विरोध करने का हमारा पूरा हक है। अभी निपटा लो, सस्ते में निपट जाएगा। क्योंकि हम तो चाहते हैं कि सभी चीजें सस्ते में निपट जाएं। सरकार को पहले ही कानूनों पर भी निर्णय लेना चाहिए था, मगर सरकार उस दौरान भी सोती रही। अब तो हमारा विरोध सीधा सरकार से है। किसी विशेष शख्स या पार्टी का विरोध करने में हम लोग यकीन नहीं रखते हैं।