नई दिल्ली॥ निर्भया के अपराधी फांसी से बचने के लिए प्रतिदिन नए पैंतरे अपना रहे हैं। अब अपराधी विनय शर्मा की ओर से उसके वकील एपी सिंह ने याचिका दाखिल की है। इस याचिका में विनय की मानसिक स्थिति को खराब बताते हुए उसका उपचार कराने की मांग की गई है।
अपनी अर्जी में बताया कि विनय शर्मा चोट लगने के बाद अपनी मां तक को नहीं पहचान पा रहा है। वकील की तरफ से कहा गया है कि उसे गंभीर मानसिक बीमारी सिजोफ्रेनिया हो सकती है। ऐसे में उसका मेडिकल चेक अप करवाया जाए और उसकी रिपोर्ट अदालत में दाखिल हो। इस याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल को कहा कि दोषी विनय का ट्रीटमेंट कराया जाए।
अदालत ने तिहाड़ जेल को निर्देश दिया है कि वो दोषी विनय शर्मा का उपचार कराए। अदालत ने कहा है कि शनिवार को इस मामले में वो दोबारा सुनवाई करेंगे। 16 फरवरी को विनय ने तिहाड़ जेल में अपना सिर दीवार पर मार दिया था। इस कारण वह चोटिल हो गया था। हालांकि, उसको मामूली चोट आई थी। दिलचस्प यह भी है कि अभी 2 दिन पहले विनय ने लीगल सर्विस से मिले वकील रवि काजी से तिहाड़ जेल में मिलने से भी इनकार कर दिया था।
विनय ने जेल के लोगों के माध्यम से ही कहलवा दिया था कि वह रवि काजी को अपना वकील नहीं रखना चाहता। बीते सप्ताह तक विनय ने एपी सिंह को बदलने की बात कही थी खुद एपी सिंह ने ही पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाई है। यानी 3 मार्च को होने वाली फांसी की सजा को टालने के लिए लगातार दोषी और उनके वकील नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं।