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North Korea: दुनिया के कई मुल्कों में गंभीर अपराधों के लिए मौत की सज़ा दी जाती है। उस सजा को देते वक्त कई बातों पर भी विचार किया जाता है। गवाहों को मार दिया जाता है। फिर आरोपी को अपना मामला पेश करने के लिए पर्याप्त वक्त दिया जाता है। दया के लिए आवेदन करके मौत की सजा को रद्द करने का भी विकल्प है। मगर उत्तर कोरिया में जो एक बात हुई वो आपको जरूर हैरान कर देगी। उत्तर कोरिया के तानाशाह ने अपने देश के अफसरों के लिए मौत की सजा का ऐलान किया है।

जुलाई में उत्तर कोरिया बाढ़ की चपेट में आ गया था। इस बाढ़ ने चांगांग प्रांत में भारी तबाही मचाई। इस बाढ़ में करीब 4 हजार लोगों की जान चली गई। बाढ़ में लोगों के घर तबाह हो गए, कई लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे इलाकों में पलायन करना पड़ा। उत्तर कोरियाई मीडिया के अनुसार, जुलाई में देश में आई प्राकृतिक आपदा में 7,140 एकड़ भूमि क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके अलावा रेलवे और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।

इस वजह से अफसरों को सजा-ए-मौत

उत्तर कोरिया की उत्तर कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया कि किंग किम जोंग-उन ने जुलाई में देश में बाढ़ रोकने में विफल रहने वाले अफसरों को कड़ी सजा देने का आदेश दिया है।

दक्षिण कोरियाई मीडिया ने कहा कि उत्तर कोरियाई अधिकारियों को बाढ़ रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए थे। लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। ऐसे सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। हाल ही में उत्तर कोरिया में भयानक बाढ़ आई थी। इसमें 4 हजार लोगों की मौत हो गई। लोगों के घर तबाह हो गये। बड़ी मात्रा में संपत्ति का भी नुकसान हुआ था। 

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