आंध्र प्रदेश॥ राज्य के एलुरु शहर में पीने वाली पानी व दूध में निकेल तथा सीसा जैसे भारी तत्वों का होना प्राथमिक रूप से रहस्यमई बीमारी का कारण है। इसके चलते अब तक 500 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। AIIMS और राज्य तथा अन्य केंद्रीय संस्थानों की विशेषज्ञ टीमों द्वारा खोजे गए साक्ष्यों के आधार पर स्वास्थ्य अफसरों ने मंगलवार को यहां सीएम वाई एस जगनमोहन रेड्डी को रिपोर्ट सौंपी।

सीएम ऑफिस की तरफ से जारी विज्ञप्ति में एम्स के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर कहा गया कि रहस्यमई बीमारी का कारण निकेल और सीसा को पाया गया है।
इस रहस्यमई रोग के चलते बीत दिन से लोगों को मिर्गी के दौरे पड़ने, बेहोश होने, टेंशन, उल्टी और पीठ दर्द जैसी समस्याएं होने लगीं। विज्ञप्ति में कहा गया कि सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि वे मरीजों के शरीर में भारी धातु तत्वों की मौजूदगी को लेकर गहन जांच करें और इलाज प्रक्रिया पर निरंतर नजर रखें। अफसरों के मुताबिक बीमारी की चपेट में अब तक 505 लोग आए हैं, जिनमें से 370 से ज्यादा लोग ठीक हो गए हैं और 120 अन्य का उपचार चल रहा है।
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