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लखनऊ।। अखलिश की समाजवादी सरकार में लखनऊ के जीपीओ के किनारे बैठे बुजुर्ग टाइप‌िस्ट की एक पुलिस द्वारा की गयी पिटाई शायद आपको याद हो। ठीक वैसा ही नजारा योगी आदित्यनाथ की सरकार में बुधवार को देखने को मिला।

यहां मामूली-सी बात पर होमगार्ड ने एक गरीब रिक्शेवाले को इतना बुरी तरह से पीटा कि रिक्शा वाले की जान पर बन आयी। यदि वह मौजूद राहगीरों ने बीच-बचाव न किया होता तो शायद आज कोई अप्रिय घटना घट जाती। दिया।

ये घटना प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सहारा-मॉल के पास की है जहाँ से मुख्यमंत्री कार्यालय चंद मिनटों की दुरी पर स्थित है। रोजी-रोटी की तलाश में यहां खड़े एक रिक्शेवाले को हटाने के लिए होमगार्ड ने भद्दी-भद्दी गालियाँ दी।

रिक्शेवाले ने सिर्फ इतना कहा कि, “बाबू जी हटा तो रहे हैं ,गाली क्यों दे रहे हो।” ये सुनना था कि वो होमगार्ड इतना भड़क गया कि उसने पहले तो रिक्शेवाले को खूब थप्पड़ मारे और इसके बाद भी जब जी नहीं भरा तो लाठी उठा ली।

 

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