img

हमारे आसपास कुछ ऐसी चीजें हो रही होती हैं, जिनके बारे में हमें ज्यादा जानकारी नहीं होती है। कभी-कभी हम चीजों को जानते हैं, मगर हमें उनके पीछे का सही कारण नहीं पता होता है। उनमें से एक एथलीटों द्वारा च्युइंग गम या बबल गम खाना है। आपने कई एथलीट्स को खेल के दौरान इसे खाते हुए देखा होगा, मगर क्या आपने कभी सोचा है कि वो ऐसा क्यों करते हैं?

च्युइंग गम खाना हिटिंग स्टाइल जैसा है, इसलिए कुछ लोगों को लगता है कि ये खिलाड़ी हिटिंग स्टाइल हैं, मगर यह पूरी तरह से सही नहीं है। दरअसल इसके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं।

आइए जानते हैं च्युइंग गम के फायदे

च्युइंग गम चबाते समय, मुंह में स्वाद और जबड़े के दबाव का पता लगाने वाले रिसेप्टर्स मस्तिष्क को संकेत भेजते रहते हैं। तो दिमाग एक्टिव मोड पर रहता है। इससे किसी भी चीज पर ज्यादा फोकस होता है। च्यूइंग गम ज्यादा तेजी से शरीर की एक्टिविटी को बढ़ाता है। इससे दिल की धड़कन तेज हो जाती है।

एथलीटों के गम चबाने का मुख्य कारण खेल पर ध्यान केंद्रित रहना और अच्छा प्रदर्शन करना है। आपने कई खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते हुए भी गम चबाते देखा होगा।

यह बात कुछ हद तक सही है कि अगर आप किसी काम को करते समय जल्दी-जल्दी गम चबाते हैं तो आप उस काम पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं। साथ ही अगर आप धीरे-धीरे चबाएंगे तो आपके काम करने की गति धीमी हो जाएगी।

--Advertisement--