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मध्यप्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Mod) आज मध्यप्रदेश के उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। वे आज शाम 6 बजे तक उज्जैन पहुंच जाएंगे। बता दें कि उज्जैन मध्य प्रदेश के उन प्रमुख स्थानों में से एक है जहां आप न केवल शांति महसूस करते हैं बल्कि महाकाल की भक्ति में डूब जाते हैं। इस शहर को भारत का ग्रीनविच भी कहा जाता है। ये शहर अलग युगों से अपने कई मंदिरों के लिए जाना जाता है। इस शहर का सबसे प्रमुख आकर्षण महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां की भस्म आरती देखते ही बनती है। आज हम आपको उज्जैन में घूमने की बेस्ट जगहों के बारे में बताएंगे।(PM Mod)

श्री महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन

श्री महाकालेश्वर मंदिर, ये महाकाल मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। ये भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव मृत्यु और काल के देवता हैं। यही वजह है कि उन्हें महाकालेश्वर कहा जाता है। ये देश के सबसे पवित्र भगवान शिव मंदिरों में से एक है। कहते हैं उज्जैन में लिंगम ‘स्वयंभू’ विराजमान हैं।(PM Mod)

रामघाट, उज्जैन

उज्जैन में सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थलों में से एक है राम घाट। यह शिप्रा नदी के पास एक खूब फेमस स्थान है। यहां सबसे पुराने स्नान घाट है और कुंभ मेले के लिए ये एक प्रमुख जगह है। इस घाट दिन भर भक्तों की भारी भीड़ इकट्ठा रहती है और रात में होने वाली आरती भी लोगों को आकर्षित करती है।

हरसिद्धि माता मंदिर, उज्जैन

उज्जैन में रुद्र सागर झील के निकट मौजूद हरसिद्धि माता मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। शिव पुराण में बताया गया है कि यह वह जगह है जहां माता सती की कोहनी गिरी थी। इस मंदिर को मराठों ने पुर्ननिर्मित करवाया था। ऐसे में यहां पर मराठा कला भी देखने को मिलती है।(PM Mod)

संदीपनी आश्रम, उज्जैन

शिप्रा नदी के तट पर स्थित इस आश्रम को लेकर मान्यता है कि ये वहीं आश्रम है जहां गुरु संदीपनी भगवान कृष्ण, उनके मित्र सुदामा और बलराम को उपदेश दिया करते थे। इस आश्रम के पास एक पत्थर भी है मौजू है जहां 1 से 100 तक के अंक खुदे हुए पाए जाते हैं।

जंतर मंतर वेध शाला, उज्जैन

इस जगह को वेधा शाला भी कहते हैं। इसे भारत में महाराजा जय सिंह द्वारा निर्मित पांच वेधशालाओं में सबसे पुरानी वेध शाला मनाई जाती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि उज्जैन भौगोलिक रूप से ठीक उसी स्थान पर स्थित है जहां शून्य देशांतर है। यही वजह है कि प्राचीन काल में इसे पृथ्वी की नाभि माना जाता था।(PM Mod)

कैसे पहुंचे उज्जैन

हवाई मार्ग- उज्जैन के सबसे पास हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, इंदौर है। यहां से उज्जैन महज 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

रेल- उज्जैन रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां से देश के किसी भी कोने तक आसानी से जाया जा सकता है।

सड़क- उज्जैन को इंदौर, खरगोन, जलगांव, खंडवा, ओंकारेश्वर, महेश्वर, धार और भोपाल से जोड़ती हैं और यहां पहुंचने के लिए हर दिन बस सेवा की भी पर्याप्त सुविधा है।(PM Mod)

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