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लखनऊ ।। समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को 3 दिन में दूसरी बार सपा से छह साल के लिए बाहर कर दिया गया है। इसे देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि यह ड्रामा अभी भी खत्म नहीं हुआ है। उधर मुलायम सिंह यादव ने पांच जनवरी को राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया है।

लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में हुए पार्टी के अधिवेशन में रामगोपाल ने 3 प्रस्ताव पास किए। शिवपाल यादव को स्टेट प्रेसिडेंट पोस्ट से हटाया गया। अमर सिंह को पार्टी से बाहर किया गया और अखिलेश यादव को नेशनल प्रेसिडेंट बनाया गया। हालांकि, मुलायम ने अखिलेश के अधिवेशन को खारिज कर 5 जनवरी को दोबारा अधिवेशन बुलाया है। जिसक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

मुलायम को बनाया संरक्षक

पहले प्रस्‍ताव में अखिलेश यादव को पार्टी का नेशनल प्रेसिडेंट बनाया गया। रामगोपाल ने कहा अखिलेश को यह अधिकार है कि राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और देश के सभी संगठनों का जरूरत के मुताबिक गठन करें। इस प्रस्‍ताव की सूचना चुनाव आयोग को दी जाएगी।

दूसरे प्रस्‍ताव में मुलायम को समाजवादी पार्टी का संरक्षक बनाया गया है। तीसरे प्रस्‍ताव में शिवपाल यादव को पार्टी के स्टेट प्रेसिडेंट के पद से हटाया गया और अमर सिंह को पार्टी से बाहर किया गया।

अधिवेशन में अखिलेश के निशाने पर रहे शिवपाल

– अधिवेशन में अखिलेश ने शिवपाल यादव पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “नेताजी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था और इन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश करके न केवल पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया, वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के सामने भी संकट पैदा किया।”

– ‘नेताजी के खिलाफ साजिश हो तो मेरी जिम्मेदारी बनती है कि मैं ऐसे लोगों के खिलाफ बोलूं। लोगों ने अपने घर से टाइपराइटर लाकर मेरे खिलाफ चिट्ठियां छपवाईं।”

– अखिलेश ने यह भी कहा, “मैं नेताजी का जितना सम्मान पहले करता था, राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर उससे ज्यादा सम्मान करूंगा।”

फोटोः फाइल।

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