19 फीटे नीचे मौजूद इस मंदिर के दर्शन के लिए करनी पड़ती है स्कूबा डाइविंग

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यूं तो इंडोनेशिया एक मुस्लिम बाहुल्य देश है, लेकिन इस देश में आज भी कई प्राचीन हिंदू मंदिर मौजूद हैं। ये मंदिर बेहद खूबसूरत हैं और अपनी खूबसूरती से हर साल हज़ारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित भी करते हैं।

आज हम भी आपको एक ऐसे मंदिर के दर्शन करा रहे हैं जो धरातल पर नहीं, बल्कि समुद्र में 90 फीट नीचे स्थित है। इंडोनेशिया के समुद्री इलाकों की ये इकलौती ऐसी जगह है जहां कोई समुद्री जीव जंतु नहीं, बल्कि हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले देवी-देवताओं की मूर्तियां नज़र आती हैं।

ये मंदिर मौजूद है इंडोनेशिया के बाली में। कहा जाता है कि ये मंदिर लगभग पांच हज़ार साल पुराना है। ये मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस प्राचीन मंदिर की खासियत ये है कि ये पूरा मंदिर समुद्र के अंदर मौजूद है। यहां आने वाले भक्तों को दर्शन के लिए किसी कतार में नहीं लगना पड़ता, बल्कि स्कूबा डाइविंग करनी पड़ती है। इस मंदिर में मौूजद भगवान शिव और भगवान विष्णु की मूर्तियां पांच हज़ार सालों से भी ज़्यादा पुरानी बताई जाती हैं।

समुद्र से नब्बे फीट नीचे बाली के पेमुतेरान समुद्र तट पर मौजूद ये मंदिर पर्यटकों के लिए कौतहूल का केंद्र बना हुआ है। ये मंदिर अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। कुछ लोग दावा करते हैं कि ये मंदिर भगवान कृष्ण की नगरी द्वारिका हो सकती है। वजह बताई जाती है कि द्वारिका भी समुद्र के किनारे बसी थी और कुछ सालों बाद समुद्र में ही विलीन भी हो गई थी।

इस मंदिर में केवल भगवान विष्णु की ही मूर्तियां नहीं हैं। इस मंदिर में कई अन्य मूर्तियां भी मौजूद हैं। इस समुद्री मंदिर के अंदर की भगवान शिव की एक विशालकाय मूर्ति स्थित है। इस मूर्ति के द्वारा उस दौर में की जाने वाली शिव पूजा को दर्शाने का प्रयास किया गया है। इस मंदिर में भगवान बुद्ध की भी कई बड़ी-बड़ी मूर्तियां मौजूद हैं।

अगर जीवन में कभी भी आपको बाली घूमने का मौका मिले तो आपको समुद्र के भीतर मौजूद इस मंदिर की सैर अवश्य करनी चाहिए। इससे एक तो आप स्कूबा डाइविंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे और साथ ही समुद्र के नीचे की रहस्यमई दुनिया का आनंद भी ले सकेंगे।

बता दें कि दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया ही है। लेकिन इसके बावजूद भी इंडोनेशिया में सबसे ज़्यादा हिंदू मंदिर मौजूद हैं। बाली की कुल जनसंख्या का नब्बे फीसदी हिंदू हैं। कहा जाता है कि 13वीं और 16वीं शताब्दी में मुस्लिमों के आने से पहले इंडोनेशिया में हिंदू ही रहा करते थे। बाली के जावा द्वीप पर आपको एक से बढ़कर खूबसूरत हिंदू मंदिर आराम से देखने को मिल जाएंगे।

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