बिहार चुनाव : सोनिया ने कहा- कुछ लोग भावना, भय और भ्रम से चला रहे सरकार

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नई दिल्ली॥ बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। ऐसे में बिहार चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गांधी जयंती के मौके पर वर्चुअल संबोधन के जरिए चुनावी कार्यक्रम का शंखनाद किया।

इस दौरान उन्होंने मोतिहारी के बंजरिया पंडाल स्थित कांग्रेस कार्यालय परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का वर्चुअल माध्यम से अनावरण भी किया। अपने संबोधन में सोनिया ने कहा कि कुछ पार्टियां भावना, भ्रम और भय से सरकार चला रही हैं, जबकि महात्मा गांधी ने अहिंसा की वकालत की। आज उनकी नीति का पालन करना सबसे ज्यादा जरूरी है।

कांग्रेस भी उसी परंपरा का पालन कर रही

सोनिया गांधी ने कहा कि बिहार की ग़रीबी और चिंताजनक दशा से दुखी होकर गांधी जी ने फक़ीर का जीवन अपनाया था। उन्होंने कहा कि चंपारण को राजनीति की संपूर्ण पाठशाला माना जाता है। ऐसे में चंपारण आंदोलन में हिस्सा लेने वाले सभी आंदोलनकारियों को नमन करती हूं। उन्होंने यह कहा कि गांधी जी सबके उत्थान के लिए काम करते थे और आज कांग्रेस भी उसी परंपरा का पालन कर रही है।

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने सूचना का अधिकार लागू किया। आज की सरकार में सूचनाएं नहीं मिलती हैं। दूसरे कानूनों की हालत भी खराब हो चुकी है। जिस सद्भाव और भाईचारे की बात बापू करते थे, आज की भाजपा सरकार में वह नदारद है। आज भय, भ्रम और भावना का व्यापार करके भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार चला रही है। ऐसे हालात में लोगों को सावधान रहने तथा सही फैसला लेने की जरूरत है। महात्मा गांधी ने अहिंसा की वकालत की, आज उनकी उस नीति का पालन करना सबसे ज्यादा जरूरी है।

सोनिया ने कहा कि कांग्रेस की हर नीति में जनता की भागीदारी होती थी। आज चंद लोगों के लाभ के लिए नीतियां बनाई जा रहीं हैं। कांग्रेस ने वंचित समाज, दलितों, महिलाओं, युवाओं और किसानों को मजबूत बनाने को जितने भी कानून बनाया, उन्हें कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों के उत्थान की दिशा में कांग्रेस हमेशा आगे रही है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बेरोजगारी को दूर करने के लिए मनरेगा योजना लागू करने की बात हो या फिर पारदर्शी शासन को लेकर ‘सूचना का अधिकार’ नियम लाने की। कांग्रेस हमेशा से जन-सहयोगी सरकार और नीतियों पर काम करती रही है। हालांकि आज स्थिति काफी अलग है। वर्तमान की सरकार सच बताने की बजाय छुपाने और लोगों को भ्रमित करने में ज्यादा रूचि रखती है। इस जन सरोकारों की जगह अपनी लाभ की ज्यादा चिंता है।

 

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