फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्ती, शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच शुरू

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मीरजापुर॥ जिले के राजकीय माध्यमिक एवं अशासकीय सहाता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों के शैक्षणिक अभिलेखों के सत्यापन की दिशा में तेजी आई है। शासन के आदेश पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व यूपी सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है। जिसके नोडल अधिकारी विंध्याचल मंडल के उप शिक्षा निदेशक चंद्रजीत सिंह यादव होंगे।

Strict against fraud, investigation of teachers' educational

जिले के माध्यमिक राजकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाचार्यों, प्रवक्ता, एलटी ग्रेड टीचरों के सभी शैक्षणिक अभिलेखों, प्रशिक्षण के फीडिंग का कार्य जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तेजी पकड़ ली है। फिडिंग के बाद सत्यापन कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, विश्वविद्यालय आदि को भेजे जाएंगे।

जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह ने बताया कि इस बाबत शासन से फार्मेट भी आया है। उसी फार्मेट पर सभी सूचनाएं भर कर शासन को भेजा जाना है। उन्होंने यह भी बताया कि सत्यापन के लिए गठित समिति में सचिव खुद डीआईओएस, जीआईसी के प्रधानाचार्य महेंद्र नाथ के अलावा आदर्श जनता इंका बरेवा के प्रधानाचार्य डॉ. संतोष सिंह बतौर सदस्य शामिल हैं। जिले में कुल अध्यापकों की संख्या 558 है। इनमें 124 राजकीय तथा 634 अशासकीय हैं।

फर्जीवाड़े पर शासन सतर्क

सूबे के राजकीय, बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में फर्जी शैक्षणिक अभिलेखों के आधार पर अध्यापक की नौकरी करने के मामले का खुलासा होने के बाद शासन हरकत में आ गया है। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा निदेशक (राजकीय) अंजना गोयल मानव संपदा पर शिक्षकों के सभी शैक्षणिक अभिलेखों की फीडिंग कराने के निर्देश दे चुकी हैं। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा सचिव आराधना शुक्ला के आदेश भी आ चुके हैं।

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