न्यूयॉर्क॥ हिंदुस्तान में आर्थिक मंदी से उबरने के लिए हिंदुस्तान सरकार को जल्दी ही कुछ कदम उठाने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने देश में जीडीपी ग्रोथ को बढ़ाने के लिए हिंदुस्तान सरकार को यह सलाह दी है।
IMF ने अपनी सालाना समीक्षा में कहा कि उपभोक्ता मांग में कमी, टैक्स रेवेन्यू में गिरावट और अन्य कई कारणों से हिंदुस्तान की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में एक ब्रेक जैसा लगा है। IMF के एशिया ऐंड पैसिफिक डिपार्टमेंट से जुड़े रानिल सालगादो ने कहा कि लाखों लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने के बाद हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा मंदी को समाप्त करने और एक बार फिर से हिंदुस्तान को ऊंची ग्रोथ रेट की ओर ले जाने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाने की जरूरत है। इसके लिए नीतिगत एक्शन लेने की जरूरत है। हालांकि IMF ने कहा कि सरकार ने खर्च बढ़ाने के अवसरों को सीमित किया है।
पिछले सप्ताह ही IMF के चीफ इकॉनमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा कि हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था में मंदी के चलते वैश्विक संस्था को उसे डाउनग्रेड करना पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि अगले महीने IMF की ओर से वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक जारी किया जाएगा।